लोक सभा चुनाव: कश्मीर घाटी से उम्मीदवार न उतारने को लेकर उमर अब्दुल्ला ने भाजपा पर उठाया सवाल |

लोक सभा चुनाव: कश्मीर घाटी से उम्मीदवार न उतारने को लेकर उमर अब्दुल्ला ने भाजपा पर उठाया सवाल

लोक सभा चुनाव: कश्मीर घाटी से उम्मीदवार न उतारने को लेकर उमर अब्दुल्ला ने भाजपा पर उठाया सवाल

:   Modified Date:  May 3, 2024 / 08:40 PM IST, Published Date : May 3, 2024/8:40 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

श्रीनगर, तीन मई (भाषा) नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी से पूछा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर को विकास के रास्ते पर लाने का दावा करने के बावजूद उसने कश्मीर घाटी से उम्मीदवार क्यों नहीं उतारे।

भाजपा ने कश्मीर की तीन लोकसभा सीट पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं।

श्रीनगर से पार्टी उम्मीदवार आगा सैयद रुहुल्ला मेहदी के समर्थन में बटवारा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने ‘पीटीआई वीडियो’ को बताया, “हम देखेंगे कि कश्मीर में (विधानसभा चुनाव में) भाजपा को कितने वोट मिलते हैं। अगर उसने इतनी बड़ी सेवा की तो उसने कश्मीर में एक भी उम्मीदवार क्यों नहीं खड़ा किया?”

नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष से एक टीवी साक्षात्कार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देने के लिए कहा गया था कि उन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाकर जम्मू-कश्मीर में भारतीय संविधान लागू किया।

अब्दुल्ला ने कहा कि भाजपा ने घाटी की तीन सीट पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारे क्योंकि “वह जानती है कि वह कहां खड़ी है”।

इससे पहले अपने संबोधन के दौरान पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) पर निशाना साधते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने ऐसे प्रतिनिधियों को देखा है जो संसद में गए और चुप रहे।

उन्होंने 2014 में दोनों दलों के चुनाव बाद गठबंधन का जिक्र करते हुए कहा, “उन्होंने (पीडीपी ने) भाजपा के खिलाफ वोट मांगे और बाद में उसके साथ गठबंधन कर लिया।”

अब्दुल्ला ने कहा कि लोग ऐसा प्रतिनिधि चाहते हैं जो संसद में उनका प्रतिनिधित्व करे और उनके अधिकारों के बारे में बात करे।

पार्टी के उम्मीदवारों के लिए वोट मांगते हुए उन्होंने कहा, “हम किसी ऐसे व्यक्ति को चाहते हैं जो हमारी गरिमा के बारे में बात करे और वह प्रतिनिधि आगा रुहुल्ला और नेशनल कॉन्फ्रेंस हैं।”

भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र में सत्ताधारी पार्टी ने “हमारी पहचान और हमारे भूमि अधिकार छीन लिए”।

उन्होंने कहा, “उसने कॉलेज, विश्वविद्यालय या स्कूल नहीं खोले। दरअसल, इसने शराब की दुकानें खोलीं। वह युवाओं को नशे की लत में धकेल रही है।”

भाषा प्रशांत पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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