आइजोल, 14 फरवरी (भाषा) मिजोरम एनजीओ समन्वय समिति (एनजीओसीसी) ने केंद्र से भारत-म्यांमा सीमा पर बाड़ लगाने और पड़ोसी देश के साथ मुक्त आवाजाही व्यवस्था (एफएमआर) पर रोक लगाने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।
मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक ज्ञापन में ‘सेंट्रल यंग मिजो एसोसिएशन’ (सीवाईएमए) और ‘मिजो जिरलाई पावल’ (एमजेडपी) सहित प्रमुख नागरिक समाज संगठनों और छात्र निकायों के समूह एनजीओसीसी ने इस संबंध में केंद्र के फैसलों पर चिंता व्यक्त की।
ज्ञापन में कहा गया है, ‘‘हम एफएमआर को खत्म करने के केंद्र के फैसले के साथ-साथ सीमा के दोनों ओर रहने वाले लोगों के बीच संबंधों को बनाए रखने और विकसित करने के बजाय सीमा पर बाड़ लगाने के प्रयास से आश्चर्यचकित हैं।’’
ज्ञापन में दावा किया गया कि एफएमआर सीमा के दोनों ओर रहने वाले मिजो लोगों के बीच जातीय और सांस्कृतिक संबंधों को बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण तंत्र रहा है और एफएमआर पर रोक लगाने और सीमा पर बाड़ लगाने से मिजो समुदायों के बीच जातीय और सांस्कृतिक संबंधों पर हानिकारक प्रभाव पड़ेगा।
भाषा
योगेश शफीक
शफीक
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