मेरे परिवार का खून चंडीगढ़ की मिट्टी में मिला हुआ है: मनीष तिवारी |

मेरे परिवार का खून चंडीगढ़ की मिट्टी में मिला हुआ है: मनीष तिवारी

मेरे परिवार का खून चंडीगढ़ की मिट्टी में मिला हुआ है: मनीष तिवारी

:   Modified Date:  April 23, 2024 / 09:25 PM IST, Published Date : April 23, 2024/9:25 pm IST

चंडीगढ़, 23 अप्रैल (भाषा) चंडीगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि चंडीगढ़ की मिट्टी में उनके परिवार का खून मिला हुआ है।

तिवारी ने कहा कि भले ही उन्होंने कहीं से भी चुनाव लड़ा हो, लेकिन ‘हम भारत के लिए जीते हैं, भारत के लिए मरते हैं और हमने यही किया है।’

तिवारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप का जवाब दे रहे थे कि कांग्रेस नेता अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं।

उन्होंने कहा कि वह इस तरह की बकवास पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देशभक्ति और राष्ट्रवाद से समझौता करने से इनकार करने पर उनके पिता विश्वनाथ तिवारी की चंडीगढ़ में आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

कांग्रेस नेता ने कहा, “मेरे परिवार का खून इस मिट्टी में मिला हुआ है और मुझे इस पर गर्व है।”

उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को उठाना नहीं चाहते हैं, लेकिन भाजपा उम्मीदवार संजय टंडन से कहना चाहते हैं उन्हें पहले खुद से सवाल करना चाहिए, क्योंकि वह अमृतसर से हैं और यहीं जन्मे और पले-बढ़े हैं।

तिवारी ने टंडन को चुनौती दी कि वे ‘तुच्छ’ टिप्पणियां करने के बजाय मुद्दों और उपलब्धियों पर बात करें।

उन्होंने कहा कि भाजपा दस साल से सत्ता में है और चंडीगढ़ ने दोनों बार पार्टी को अपना जनादेश दिया है और अब शहर जवाब मांग रहा है।

तिवारी ने मंगलवार को यहां श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा-अर्चना की।

तिवारी ने 2009 में पंजाब के लुधियाना और 2019 में आनंदपुर साहिब से लोकसभा चुनाव लड़ा था। इस बार उन्हें चंडीगढ़ की एकमात्र सीट से कांग्रेस ने चुनाव मैदान में उतारा है।

तिवारी के पिता की अप्रैल 1984 में आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। वह लेखक, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में प्रोफेसर और मनोनीत सांसद थे।

चंडीगढ़ की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए मतदान एक जून को होना है।

भाषा नोमान सुभाष

सुभाष

 

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