नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुलवामा हमले को निंदनीय बताते हुए कहा कि सरकार इस पर जो भी कार्रवाई करेगी हम सरकार और वीर जवानों के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का मकसद देश को तोड़ना है लेकिन हम किसी भी कीमत पर टूटने वाले नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शहीदों के परिजनों के साथ अपनी संवेदना जताई। उनके साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी शहीदों के परिवारों से साथ संवेदना जताते हुए कहा कि हम सरकार की कार्रवाई के साथ खड़े हैं।
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वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर मोदी सरकार और NSA अजीत डोभाल को कठघरे में खड़ा किया। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया। कि ‘क्या जेश ए मोहम्मद ने 2 दिन पहले suicide bombing करने की threat दी थी ? यदि दी थी तो राज्य सरकार और केंद्र सरकार क्या करती रही? इस बारे में क्या मोदी जी कुछ प्रकाश डालेंगे? वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा। कि ‘2500 सीआरपीएफ जवानों का कॉनवॉय जा रहा था। आने जाने वाली गाड़ियों को सर्च क्यों नहीं किया गया ? इतनी बड़ी घटना हो गई।
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क्या आईबी एवं रॉ को जानकारी नहीं मिल पाई ? क्या यह इंटेलीजेंस फेल्योर नहीं है ? क्या केन्द्र सरकार इसकी जांच करेगी ? क्या NSA महोदय की ज़िम्मेदारी नहीं है ? वहीं तीसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि ‘मैं इस कायराना हमले की निंदा करता हूं और वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। क्या मोदी जी आपको याद है किस सरकार ने जैश ए मोहम्मद के प्रमुख आतंकवादी मसूद अज़हर को छोड़ा था?। आतंकवादियों से समझौता करना किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं है’