संदेशखालि घटना मात्र एक उदाहरण है, तृणमूल शासन में महिलाओं पर अत्याचार आम बात: माणिक साहा |

संदेशखालि घटना मात्र एक उदाहरण है, तृणमूल शासन में महिलाओं पर अत्याचार आम बात: माणिक साहा

संदेशखालि घटना मात्र एक उदाहरण है, तृणमूल शासन में महिलाओं पर अत्याचार आम बात: माणिक साहा

:   Modified Date:  May 11, 2024 / 08:57 PM IST, Published Date : May 11, 2024/8:57 pm IST

कोलकाता, 11 मई (भाषा) त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने संदेशखालि में महिलाओं पर अत्याचार किए जाने के आरोपों को मात्र एक उदाहरण बताते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के शासन में पूरे राज्य में ऐसी घटनाएं हो रही हैं।

चुनाव प्रचार के लिए यहां आए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता साहा ने संवाददाताओं से कहा कि हाल में संदेशखालि में राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) कमांडो के अभियान में बम, गोला-बारूद और अत्याधुनिक हथियार मिले, जो इलाके में ताकतवर शाहजहां शेख और उसके सहयोगियों ने ‘‘अत्याचार करने और आम लोगों को डराने’’ के लिए छिपाए थे।

उन्होंने कहा, ‘‘संदेशखालि में कई महिलाओं ने कुछ तृणमूल नेताओं के खिलाफ बलात्कार और अत्याचार के मामलों में प्राथमिकियां दर्ज कराई हैं और यह तथ्य इस बात को साबित करता है कि यह घटना मात्र एक उदाहरण है। पश्चिम बंगाल में और भी कई संदेशखालि हैं। सबसे हैरानीजनक बात यह है कि जब ये सब हो रहा है तो मुख्यमंत्री, जो स्वयं एक महिला हैं, इन घटनाओं से इनकार कर रही हैं।’’

साहा ने कहा, ‘‘संदेशखालि की घटना ने यह फिर साबित कर दिया है कि ममता बनर्जी को महिलाओं के मान-सम्मान और सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है।’’

उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में अदालत की निगरानी वाली केंद्रीय एजेंसी की जांच में राज्य कैबिनेट के महत्वपूर्ण मंत्रियों को जेल में डाला गया है और उनके आवासों से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की गई है।

उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव एक दिन खत्म हो जाएंगे, लेकिन अत्याचार और भ्रष्टाचार के मामले तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक पश्चिम बंगाल में तृणमूल का शासन रहेगा।’’

भाषा

सिम्मी सुरेश

सुरेश

 

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