संदेशखालि हिंसा : छह महिलाओं ने राष्ट्रपति से की मुलाकात, केंद्रीय बल तैनात करने का किया अनुरोध |

संदेशखालि हिंसा : छह महिलाओं ने राष्ट्रपति से की मुलाकात, केंद्रीय बल तैनात करने का किया अनुरोध

संदेशखालि हिंसा : छह महिलाओं ने राष्ट्रपति से की मुलाकात, केंद्रीय बल तैनात करने का किया अनुरोध

:   Modified Date:  March 15, 2024 / 09:07 PM IST, Published Date : March 15, 2024/9:07 pm IST

नयी दिल्ली, 15 मार्च (भाषा) पश्चिम बंगाल के अशांत संदेशखालि की छह महिलाओं ने शुक्रवार को यहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्र में केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात करने की मांग की।

राष्ट्रपति से मुलाकात के तुरंत बाद एक महिला ने मीडिया को बताया कि घर लौटने पर उसकी जान को खतरा है। वह अपने बच्चे के साथ दिल्ली आई है।

महिला ने भावुक होते हुए कहा, ‘‘ मुझे नहीं पता कि जब मैं लौटूंगी तो क्या होगा, हमें धमकी दी गई है कि अगर हम बोलेंगे तो परिणाम भुगतना होगा।’’ प्रेस वार्ता के दौरान ही महिला बेहोश हो गई।

एक अन्य महिला ने कहा कि उन्होंने अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संदेशखालि में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है। महिला के मुताबिक राष्ट्रपति ने कहा कि वह पूरे प्रकरण को गंभीरता से देख रही है।

राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाली सभी छह महिलाओं ने महामहिम को दिए ज्ञापन में न्याय की मांग की।

महिलाएं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कुछ सदस्यों और सामाजिक कार्यकर्ता पार्थ विश्वास के साथ नयी दिल्ली आई थीं। विश्वास ने संदेशखालि की स्थिति को ‘बहुत गंभीर’ बताया।

गैर सरकारी संगठन ‘सेंटर फॉर शेड्यूल्ड कास्ट एंड शेड्यूल ट्राइब सपोर्ट एंड रिसर्च’ के प्रमुख विश्वास ने कहा,‘‘शाहजहां शेख का काम गरीबों की जमीन को हड़पना, फिर उसमें खारा पानी डालना था, ताकि जमीन बंजर हो जाए और फिर उसका इस्तेमाल मत्स्यपालन के लिए करना था।’’

उन्होंने बताया कि संदेशखालि की 11 महिलाओं ने उनके संगठन से संपर्क किया था जिनमें से छह दिल्ली आई हैं।

विश्वास ने बताया कि ये छह महिलाएं शनिवार को जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन करेंगी। उन्होंने दलित नेताओं से विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया।

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24-परगना जिले के संदेशखालि में बड़ी संख्या में महिलाओं ने राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरन जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाए हैं और इलाके में तनाव का माहौल है।

प्रवर्तन निदेशालय की टीम पांच जनवरी को कथित राशन घोटाले के सिलसिले में शाहजहां के आवास पर छापेमारी करने गई थी तब भीड़ ने उनपर हमला कर दिया था और तृणमूल नेता फरार हो गया था। शाहजहां को फरवरी के आखिरी सप्ताह में गिरफ्तार किया गया था।

भाषा धीरज माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)