तिरूवनंतपुरम, 30 अप्रैल (भाषा) तिरूवनंतपुरम की महापौर आर्या राजेंद्रन द्वारा राज्य परिवहन निगम के एक बस चालक के खिलाफ दर्ज कराई गई दुर्व्यवहार की शिकायत को लेकर उपजे विवाद के बीच, युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को यहां प्रदर्शन कर दावा किया कि चालक ने कुछ भी गलत नहीं किया था।
युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने शहर के बीचोंबीच स्थित नगर निकाय परिसर तक मार्च निकाला। उन्होंने केरल राज्य पथ परिवहन निगम (केएसआरटीसी) की बसों के अगले हिस्से पर राजेंद्रन के पोस्टर भी लगाये, जिन पर लिखा था, ‘‘महापौर से सावधान।’’
उन्होंने आरोपी बस चालक एच एल यदु की शिकायत पर महिला महापौर के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करने को लेकर पुलिस की आलोचना भी की।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस महापौर के खिलाफ मामला दर्ज करने की इच्छुक नहीं है, जबकि घटना के सिलसिले में चालक ने पुलिस के पास पहले शिकायत की थी।
उन्होंने कहा कि यह पाया गया कि महापौर और सह-यात्रियों ने शनिवार को यहां पलायम चौराहे पर जेब्रा क्रॉसिंग पर अपनी कार खड़ी कर बस को अवरूद्ध कर दिया।
केएसआरटीसी कर्मियों के एक समूह ने भी यहां ईस्ट फोर्ट स्थित अपने मुख्य कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया।
इस बीच, प्रदेश कांग्रेस सचिव सी आर प्रणकुमार ने केएसआरटीसी बस यात्रियों की यात्रा में बाधा डालने को लेकर राज्य मानवाधिकार आयोग को एक याचिका दी जिसमें महापौर और उनके पति एवं विधायक सचिन देव के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की गई है।
शिकायत में कहा गया है, ‘‘लोगों की यात्रा अवरूद्ध कर कानून अपने हाथ में लेना मानवाधिकारों का हनन है।’’
संपर्क किये जाने पर, छावनी पुलिस ने कहा कि महापौर या उनके सह-यात्रियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। उसने कहा कि महापौर की शिकायत पर जांच जारी है।
इस बीच, बस चालक यदु ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह अदालत का रुख कर उनकी शिकायत के आधार पर महापौर के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश जारी करने के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध करेंगे।
एक दिन पहले, केरल के परिवहन मंत्री के.बी. गणेश कुमार ने महापौर राजेंद्रन द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के सिलसिले में केएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक से एक रिपोर्ट तलब की। महापौर ने शिकायत में आरोप लगाया है कि चालक ने उनके और उनके परिवार के साथ दुर्व्यवहार किया।
टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि महापौर और कार में सवार उनके सह-यात्री बस चालक के साथ तीखी बहस कर रहे हैं। यह घटना शनिवार को हुई थी।
पुलिस ने महापौर की शिकायत पर बस चालक को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किये जाने के कारण उन्हें रिहा कर दिया।
चालक का आरोप है कि महापौर की कार ने बस को गलत दिशा से ओवरटेक करने की कोशिश की थी।
उन्होंने दावा किया कि महापौर के विधायक पति ने यात्रियों को बस से उतरने के लिए मजबूर किया था।
भाषा सुभाष अविनाश
अविनाश
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