नयी दिल्ली, चार मई (भाषा) केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल शुक्रवार को राष्ट्रीय सागरमाला शीर्ष समिति की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
राष्ट्रीय सागरमाला शीर्ष समिति (एनएसएसी) देश में बंदरगाह से जुड़ी विकास परियोजनाओं के लिए नीति निर्देश और मार्गदर्शन प्रदान करती है और उनके कार्यान्वयन की समीक्षा करती है।
बयान के अनुसार, समिति सागरमाला कार्यक्रम और बंदरगाह से जुड़ी सड़क और रेल संपर्क परियोजना के विकास, ‘फ्लोटिंग जेटी’ और अंतर्देशीय जलमार्गों के विकास की समीक्षा करेगी।
बैठक में एक नयी पहल ”सागरतट समृद्धि योजना” के माध्यम से तटीय समुदायों के समग्र विकास पर भी चर्चा की जाएगी।
बयान में कहा गया है कि समिति की बैठक में सागरमाला परियोजना के कार्यान्वयन को और ऊंचाइयों तक ले जाने पर जोर दिए जाने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परियोजनाओं को समय पर पूरा किए जाने और ”पीएम गति शक्ति पहल” के माध्यम से समुद्री विकास के लिए नयी परियोजनाओं को शामिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
अपनी पिछली दो बैठकों में, एनएसएसी ने सागरमाला पहल के लिए आवश्यक मंच प्रदान किया। यह बैठक पहले की बैठकों के दौरान लिए गए विभिन्न निर्णयों की प्रगति का विश्लेषण करेगी।
शुक्रवार की बैठक में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सहित अन्य लोग शामिल होंगे।
सागरमाला एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य भारत की 7,500 किलोमीटर लंबी तटरेखा और 14,500 किलोमीटर संभावित नौगम्य जलमार्गों की क्षमता का उपयोग करके देश में आर्थिक विकास को गति देना है। इसकी घोषणा 2014 में प्रधानमंत्री द्वारा की गई थी और 25 मार्च, 2015 को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा इसे अनुमोदित किया गया था।
भाषा फाल्गुनी अविनाश
अविनाश
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