नयी दिल्ली, 13 अप्रैल (भाषा) शिक्षा निदेशालय ने राष्ट्रीय राजधानी के सभी निजी और सरकारी स्कूलों को अपने परिसर में वर्षा जल संचयन प्रणाली की स्थापना की स्थिति पर रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
स्कूलों से दिल्ली जल बोर्ड के वर्षा जल संचयन प्रकोष्ठ (आरडब्ल्यूएच) द्वारा निरीक्षण के लिए जरूरी व्यवस्था करने को भी कहा गया है।
शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को भेजे निर्देश में कहा है कि सभी स्कूलों के प्रमुख को वर्षा जल संचयन प्रणाली की स्थापना की स्थिति के बारे में रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया जाता है।
इसमें कहा गया है कि स्कूलों को इनके निरीक्षण के लिए दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के आरडब्ल्यूएच प्रकोष्ठ की तकनीकी टीम के दौरे के संबंध में जरूरी व्यवस्था भी करनी चाहिए।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने 2017 में दिल्ली के सभी सरकारी और निजी स्कूलों के साथ-साथ कॉलेजों को दो महीने के भीतर खुद के खर्च पर अपने परिसर में वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित करने का निर्देश दिया था।
एनजीटी ने कहा था कि जो संस्थान निर्धारित अवधि में वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित करने में नाकाम रहता है, वह पांच लाख रुपये का पर्यावरण मुआवजा देने के लिए उत्तरदायी होगा।
शिक्षा निदेशालय ने 2019 में राष्ट्रीय राजधानी के कम से कम 605 निजी स्कूलों को वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित करने में विफल रहने के लिए पांच लाख रुपये का पर्यावरण मुआवजा जमा न करने पर मान्यता रद्द किए जाने की चेतावनी दी थी।
भाषा रंजन पारुल
पारुल
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