कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने पांच आतंकवादियों को मार गिराया, घुसपैठ की कोशिश नाकाम की |

कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने पांच आतंकवादियों को मार गिराया, घुसपैठ की कोशिश नाकाम की

कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने पांच आतंकवादियों को मार गिराया, घुसपैठ की कोशिश नाकाम की

:   Modified Date:  June 16, 2023 / 09:23 PM IST, Published Date : June 16, 2023/9:23 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

कुपवाड़ा, 16 जून (भाषा) जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को पांच हथियारबंद विदेशी आतंकवादियों को मार गिराया और कहा कि यह 2021 के बाद नाकाम किया गया घुसपैठ का ‘सबसे बड़ा प्रयास’ था। उसी वर्ष भारत और पाकिस्तान ने संघर्ष विराम समझौता लागू किया था।

सुरक्षा बलों ने जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा जुटायी गयी विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर बृहस्पतिवार को केरन सेक्टर के जुमागुंड क्षेत्र में एक अभियान शुरू किया।

यहां जन संपर्क अधिकारी (रक्षा) कर्नल एमरॉन मुसावी ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन इस केंद्रशासित प्रदेश में आतंक मचाने के लिए संघर्षविराम को ‘मुखौटा’ के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।

मीडिया को संबोधित करते हुए सेना की 28वीं डिवीजन के ‘जनरल ऑफिसर कमांडिंग’ मेजर जनरल गिरीश कालिया ने बताया कि उस सूचना के आधार पर घुसपैठ के प्रत्याशित मार्गों पर गोपनीय रूप से सैनिकों की तैनाती की गई थी।

उन्होंने कहा, ‘‘ साथ ही, समूचे इलाके , नियंत्रण रेखा बाड़ या घुसपैठ रोधी तंत्र पर निगरानी रखी गयी।’’

उन्होंने कहा कि करीब आधी रात को चौकस सैनिकों को आतंकवादियों की आवाजाही नजर आयी । उनके अनुसार विषम भौगोलिक स्थिति और मौसम के बावजूद ये सैनिक वहां डटे थे।

कालिया ने कहा, ‘‘ घुसपैठ कर रहे आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो गयी और मुठभेड़ में पांच अज्ञात आतंकवादियों को मार गिराया गया।’’ इस दौरान सैनिकों को किसी तरह का नुकसान नहीं उठाना पड़ा।

उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के पास भारी मात्रा में हथियार थे और वे अच्छी तरह प्रशिक्षित जान पड़ रहे थे।

उन्होंने बताया कि घटनास्थल का शुक्रवार सुबह मुआयना करने पर वहां से पांच ए के सीरीज की राइफल, पांच मैगजीन, ग्रेनेड समेत बड़ी संख्या में हथियार एवं गोलाबारूद तथा, रात्रि में देखने के काम आने वाले (नाइट विजन) उपकरण, दूरबीन आदि बरामद हुए।

कालिया ने कहा कि भले ही भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम समझौता हो लेकिन सुरक्षाबलों को निकट अतीत में नियंत्रण रेखा के पास से संभावित घुसपैठ की ढेरों खुफिया जानकारियां मिलती रहीं।

सैन्य कमांडर ने कहा कि यह अभियान भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के बीच बेहतर तालमेल का परिचायक है क्योंकि पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए अनथक प्रयास कर रही है कि ‘हमारा प्यारा जम्मू कश्मीर शांतिपूर्ण रहे और विकास एवं तरक्की के मार्ग पर आगे बढ़ता रहे।’’

भाषा राजकुमार माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)