तृणमूल के वरिष्ठ नेताओं ने अभिषेक को ममता का उत्तराधिकारी बनाने संबंधी टिप्पणियां की खारिज |

तृणमूल के वरिष्ठ नेताओं ने अभिषेक को ममता का उत्तराधिकारी बनाने संबंधी टिप्पणियां की खारिज

तृणमूल के वरिष्ठ नेताओं ने अभिषेक को ममता का उत्तराधिकारी बनाने संबंधी टिप्पणियां की खारिज

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:49 PM IST, Published Date : May 4, 2022/6:38 pm IST

कोलकाता, पांच मई (भाषा) पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पुराने नेताओं के एक वर्ग ने राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के उत्तराधिकारी के तौर पर पेश करने के दो नेताओं के हालिया प्रयास पर आपत्ति जताई और कहा कि आलाकमान ऐसी टिप्पणियों का समर्थन नहीं करता।

तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि ऐसी टिप्पणियों को अनदेखा करना ही सही है।

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर कहा, ”ऐसी टिप्पणियों को महत्व देने की कोई जरूरत नहीं है।”

पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने पुरानी समितियों को भंग कर नयी समितियां गठित की थीं और अंतर्कलह को कुछ समय के लिए शांत कर दिया था, हालांकि तृणमूल की राज्य इकाई के प्रवक्ता कुणाल घोष के तेवर चढ़ने के बाद फिर से मनमुटाव बढ़ गया है, जिन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक 2036 तक पार्टी की बागडोर संभाल सकते हैं।

राज्य में तृणमूल सरकार के तीसरे शासनकाल का एक साल पूरा होने पर घोष ने कहा, ”टीएमसी नेता के तौर पर मैं यह कह सकता हूं कि ममता बनर्जी 2036 तक मुख्यमंत्री रहेंगी। और 2036 में वह संरक्षक बन जाएंगी। फिर अभिषेक बनर्जी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। ममता बनर्जी राज्य की मुख्यमंत्री के तौर पर ज्योति बसु का रिकॉर्ड तोड़कर भारत में मिसाल कायम करेंगी। ”

एक दिन बाद, एक अन्य सांसद अपरूपा पोद्दार ने भी इसी तरह ट्विटर पर लिखा कि वह ममता बनर्जी के देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद डायमंड हार्बर के सांसद अभिषेक को बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेते देखना चाहती हैं।

हालांकि पोद्दार ने थोड़ी देर बार ट्वीट डिलीट कर दिया।

पोद्दार से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर बात नहीं करना चाहतीं क्योंकि वह अपने संसदीय क्षेत्र में एक कार्यक्रम में सम्मिलित होने जा रही हैं।

घोष पर पलटवार करते हुए तृणमूल के एक वरिष्ठ सांसद ने कहा कि अभिषेक बनर्जी से पार्टी प्रवक्ताओं की टिप्पणियों के बारे में प्रतिक्रिया ली जानी चाहिये।

उन्होंने कहा, ”आप इस बारे में अभिषेक बनर्जी से क्यों नहीं पूछते? उनके इसपर क्या विचार हैं? कुणाल घोष ने क्या कहा या लिखा, हम उसको बहुत महत्व नहीं देते।”

भाषा

जोहेब माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)