मजीठिया पर मामला दर्ज करने के विरोध में शिअद नेताओं ने अपनी गिरफ्तारी दी |

मजीठिया पर मामला दर्ज करने के विरोध में शिअद नेताओं ने अपनी गिरफ्तारी दी

मजीठिया पर मामला दर्ज करने के विरोध में शिअद नेताओं ने अपनी गिरफ्तारी दी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:58 PM IST, Published Date : November 27, 2021/10:54 pm IST

चंडीगढ़, 27 नवंबर (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल तथा पार्टी के अन्य नेताओं ने बिक्रम सिंह मजीठिया पर मामला दर्ज करने के विरोध में शनिवार को अपनी गिरफ्तारी दी। शिअद का कहना है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता मजीठिया को राज्य की कांग्रेस सरकार ने मादक पदार्थ के गलत मामले में फंसाने की साजिश रची।

बादल के नेतृत्व में, पार्टी के नेताओं ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के आवास की ओर कूच किया और गिरफ्तारी दी। इससे पहले बादल ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस के पंजाब अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू “असंवैधानिक तरीके” अपनाकर मजीठिया के विरुद्ध गलत मामला दर्ज करने के लिए राज्य सरकार को निर्देश दे रहे हैं।

बादल ने कहा, “मुख्यमंत्री और गृह मंत्री न केवल कांग्रेस सरकार की विफलताओं से ध्यान हटाने पर सहमत हुए हैं बल्कि उन्होंने गलत मामला दर्ज करने के लिए डीजीपी को भी निर्देश दिया है।” उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की साजिश है।

बादल ने कहा, “शिअद का रुख इस मामले में एकदम स्पष्ट है। राज्य में शिअद-बसपा गठबंधन की सरकार बनने पर ऐसे हर व्यक्ति पर मामला दर्ज किया जाएगा। साथी ही हम एक आयोग गठित करेंगे जो अकाली कार्यकर्ताओं पर दर्ज मामलों समेत सभी गलत मामलों की जांच करेगा।”

बादल ने कहा कि शिअद को इन तरीकों से डराया धमकाया नहीं जा सकता। शुक्रवार को बादल ने कहा था कि उन्हें सूचना मिली है कि मुख्यमंत्री ने राज्य के डीजीपी को निर्देश दिया है कि मजीठिया के विरुद्ध एक गलत मामला दर्ज किया जाए। बादल के अनुसार, मुख्यमंत्री ने सिद्धू और गृहमंत्री सुखजिंदर रंधावा के साथ बैठक करने के बाद यह निर्णय लिया।

इस बीच सिद्धू ने बादल के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि वह राजनीति छोड़ देंगे अगर बादल यह साबित कर दें कि उन्होंने राज्य के पुलिस प्रमुख के साथ बैठक की थी।

सिद्धू ने ट्वीट किया, “मैं जबान देता हूं कि अगर बादल यह साबित कर दें कि मैंने पंजाब के नए डीजीपी के साथ बंद कमरे में कोई बैठक की है, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। नए डीजीपी ने 2015 में बेगुनाह सिख लड़कों को हिरासत में लिया था, बादल को क्लीन चिट दी और वह पूर्व डीजीपी सैनी के चहेते हैं।”

भाषा यश पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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