बेंगलुरु, 15 सितंबर (भाषा) कर्नाटक विधानसभा में बुधवार को विपक्ष के नेता सिद्धरमैया द्वारा उठाए गए महंगाई के मुद्दे पर बहस के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई। सिद्धरमैया ने राज्य और केंद्र की भाजपा सरकारों पर ”आपराधिक लूट” का आरोप लगाया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार पर विधानसभा सत्र आयोजित करने की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा का सत्र छह महीने के अंतराल के बाद आयोजित किया जा रहा है।
सिद्धारमैया ने कहा, ” सभी चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं चाहे वह चावल, दाल, सीमेंट, लोहा, गैस, पेट्रोल या डीजल हो … पिछले दो वर्षों से लगातार कीमतें बढ़ रही हैं। स्थिति ऐसी है कि आम आदमी और मध्यम वर्ग के लोगों का जीना दूभर हो रहा है।”
सत्र के पहले दिन 13 सितंबर को बैलगाड़ी से विधानसभा पहुंच कर मूल्य वृद्धि के खिलाफ उनके विरोध की आलोचना करने को लेकर सिद्धरमैया ने भाजपा नेताओं को आड़े हाथ लिया और कहा कि भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने वर्ष 1973 में ईंधन की कीमतों में सात पैसे की वृद्धि के विरोध में इसी तरह तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार के खिलाफ गुस्सा जताया था।
कांग्रेस नेता ने कहा, ” वाजपेयी ने तब कीमतों में वृद्धि को आपराधिक लूट करार दिया था। अब मुझे इस सरकार के लिए क्या शब्द इस्तेमाल करना चाहिए? मैं भी उन्हीं शब्दों का इस्तेमाल करूंगा- इस राज्य और केंद्र की सरकार आपराधिक लूट में लिप्त है।”
कांग्रेस विधायक दल के नेता ने कहा कि कीमतों में वृद्धि इसलिए हुई क्योंकि केंद्र सरकार ने पेट्रोल, डीजल और गैस पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क में तेजी से वृद्धि की।
भाषा शफीक मनीषा
मनीषा
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