नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को कहा कि कानूनी पृष्ठभूमि वाले कुछ राज्यसभा सदस्य अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों से ‘‘बच रहे’’ हैं और कानून बनाने में योगदान नहीं दे रहे हैं।
राज्यसभा के सभापति धनखड़ ने कहा कि वह संसद के उच्च सदन में ऐसे सदस्यों को कम से कम सोमवार और शुक्रवार को दिन के शुरुआती हिस्से में ‘‘कभी नहीं’’ देखते।
उल्लेखनीय है कि जब संसद सत्र चल रहा होता है तो लोकसभा और राज्यसभा पूर्वाह्न 11 बजे से काम करना शुरू कर देती हैं।
धनखड़ ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘राज्यसभा को सदस्यों के रूप में वरिष्ठ अधिवक्ता उपहार में मिले हैं। मैं चाहता हूं कि वे कानून बनाने में योगदान दें।’’
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ता पी. चिदंबरम, कपिल सिब्बल, केटीएस तुलसी, अभिषेक सिंघवी, विवेक तन्खा सदन में सदस्य हैं।
धनखड़ ने कहा, ‘‘काश उन्होंने उच्च सदन की कार्यवाही में भाग लेने के लिए समय निकाला होता। काश उन्होंने अपने संवैधानिक कर्तव्य का निर्वहन किया होता।’’
भाषा शफीक नेत्रपाल
नेत्रपाल
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