भुवनेश्वर, 12 मई (भाषा) ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अरुण सारंगी ने रविवार को कहा कि राज्य के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित इलाकों में 13 मई को होने वाले मतदान के लिए मतदान केंद्रों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
सारंगी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 13 मई को राज्य में पहले चरण के तहत लोकसभा की चार और नौ जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा, जिनमें से छह जिले – मलकानगिरि, कोरापुट, रायगड़ा, नवरंगपुर, नुआपाड़ा और कालाहांडी – माओवाद प्रभावित हैं।
सारंगी ने कहा कि चुनाव 7,298 मतदान केंद्रों पर होंगे, जिनमें से 537 बूथ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थित हैं। सारंगी ने कहा कि इन क्षेत्रों में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए विशेष परिचालन व्यवस्था शुरू की गई है।
डीजीपी ने कहा, ‘हमने जनवरी के पहले सप्ताह से इन जिलों में 539 नक्सल रोधी अभियान शुरू किए हैं और नवरंगपुर जिले में एक माओवादी नेता को मार गिराया गया है, जबकि केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 138 परिचालन पार्टियां और एसओजी/डीवीएफ (राज्य सशस्त्र पुलिस बल) की 37 इकाइयां लगायी गई हैं।’
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल की इकाइयां नक्सल प्रभावित इलाकों में अभियान संचालित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि छत्तीसगढ़ में चुनाव पहले ही संपन्न हो चुका है, इसलिए यह आशंका है कि कुछ नक्सली पड़ोसी राज्य से ओडिशा में घुसपैठ कर सकते हैं।
ओडिशा के डीजीपी ने कहा कि इसलिए, छत्तीसगढ़ भी पांच स्थानों पर अभियान शुरू कर रहा है, जबकि आंध्र प्रदेश सीमावर्ती इलाकों में नौ ऐसे अभियान शुरू कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘ओडिशा पुलिस पूरे राज्य में सुचारू, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। राज्य में चार चरणों में 30,023 स्थानों पर 37,898 मतदान केंद्रों पर चुनाव होंगे।’
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रलोभन मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए, ओडिशा पुलिस ने कानून लागू करने वाली गतिविधियां तेज कर दी हैं। उन्होंने कहा कि इस साल एक जनवरी से 33,000 वारंट निष्पादित किए गए हैं, सात लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया है और 233 अवैध हथियार जब्त किए गए हैं।
भाषा अमित दिलीप
दिलीप
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)