विजयन का राहुल पर पलटवार: हम जेल जाने से नहीं डरते |

विजयन का राहुल पर पलटवार: हम जेल जाने से नहीं डरते

विजयन का राहुल पर पलटवार: हम जेल जाने से नहीं डरते

:   Modified Date:  April 19, 2024 / 05:47 PM IST, Published Date : April 19, 2024/5:47 pm IST

कोझिकोड (केरल), 19 अप्रैल (भाषा) केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर शुक्रवार को पलटवार करते हुए कहा कि ऐसा क्यों है कि केंद्रीय जांच एजेंसियों ने उनसे पूछताछ या गिरफ्तारी नहीं की।

इससे एक दिन पहले, राहुल गांधी ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता विजयन पर निशाना साधा था और कहा था कि जब वह भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं तो केरल के मुख्यमंत्री उन पर हमले क्यों कर रहे हैं।

कांग्रेस नेता ने यह भी कहा था कि ईडी ने उनसे 55 घंटे तक पूछताछ की, उनकी लोकसभा सदस्यता और उनका आधिकारिक आवास छीन लिया गया और वर्तमान में विपक्ष से जुड़े दो मुख्यमंत्री जेल में हैं, लेकिन केरल के मुख्यमंत्री के साथ ऐसा कुछ नहीं हो रहा है।

विजयन ने कोझिकोड की एक चुनावी जनसभा में उन पर पलटवार किया।

उन्होंने कहा कि राहुल की दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल के दौरान उन सहित अधिकतर वामपंथी नेताओं को जेल में डाल दिया था।

वामपंथी नेता ने कहा, ‘‘आपकी दादी (इंदिरा गांधी) ने हममें से अधिकर लोगों को (आपातकाल के समय) डेढ़ साल से अधिक समय तक जेल में रखा था। हमने पूछताछ और जेल जाने का अनुभव किया है और देखा है। हम जेल से नहीं डरते हैं। इसलिए हमें जांच और जेल से धमकाने की कोशिश मत करो।’’

माकपा के दिग्गज नेता ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का हवाला देते हुए कटाक्ष किया कि वामपंथी नेता ‘‘अशोक चव्हाण की तरह रोने वाले नहीं हैं और यह नहीं कहते हैं कि हम जेल नहीं जा सकते।’’

वामपंथी नेता ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा भी प्रहार किया और उनके पति रॉबर्ट वाद्रा और एक रियल एस्टेट कंपनी से संबंधित चुनावी बॉण्ड के मुद्दे का उल्लेख किया।

विजयन ने कहा कि प्रियंका गांधी के पति के खिलाफ आरोप और मामले थे, लेकिन कंपनी द्वारा 2019-2022 के दौरान भाजपा को चुनावी बॉण्ड के रूप में 170 करोड़ रुपये का भुगतान करने के बाद वे समाप्त हो गए।

राहुल गांधी और राज्य के 17 यूडीएफ सांसदों पर तीखा हमला करते हुए विजयन ने कहा कि उनमें से किसी ने भी संसद में केरल के अधिकारों और हितों के लिए आवाज नहीं उठाई।

भाषा हक हक नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)