(सुदीप्तो चौधरी)
कोलकाता, 20 अप्रैल (भाषा) पश्चिम बंगाल के राजभवन ने भारत निर्वाचन आयोग से राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में तैनात उन अधिकारियों को पहचानने और सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध किया है, जिन्होंने संभवत: “गैंगस्टरों और गुंडों के नाम राजनीतिक दलों को पहुंचाए” हैं।
आम चुनाव के मद्देनजर बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस के कार्यालय ने अपने खुद के तंत्र का उपयोग करके राज्य के संदिग्ध अपराधियों की एक सूची तैयार की है, जिनका इस्तेमाल राजनीतिक दल मतदान से पहले या बाद में मतदाताओं को धमकाने और कानून-व्यवस्था बिगाड़ने के लिए कर सकते हैं।
मार्च के दूसरे सप्ताह में राजभवन ने राज्य के पुलिस महानिदेशक के माध्यम से पश्चिम बंगाल के सीईओ कार्यालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ ऐसे गुंडों और असामाजिक तत्वों की सूची साझा की थी ताकि उचित ऐहतियाती कदम उठाए जा सकें।
सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “आशंका है कि पश्चिम बंगाल सीईओ कार्यालय के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने राजभवन की ओर से प्रदान की गई संदिग्ध अपराधियों की सूची राज्य के शीर्ष राजनीतिक दलों को पहुंचा दी हो।”
सूत्रों ने बताया कि राजभवन ने कहा है कि ऐसा होने पर चुनाव के दौरान आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के राज्यपाल के प्रयासों को विफल किया जा सकता है।
राजभवन ने यह कदम बंगाल में राजनीतिक और प्रशासनिक मामलों को लेकर राज्यपाल कार्यालय व राज्य सरकार के बीच लगातार टकराव के बीच उठाया है।
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जोहेब माधव
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