Guna Lok Sabha Chunav 2024 : गुना। मध्य प्रदेश की गुना लोकसभा सीट देश की VVIP सीटों में से एक है। इस सीट से देश के कई दिग्गज नेता सांसद रह चुके हैं। बीजेपी ने गुना सीट पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मैदान में उतारा है। 2019 के आम चुनावों में, यहाँ बहुत मजेदार चुनावी मुकाबला देखने को मिला था। भाजपा के प्रत्याशी डॉ. केपी यादव ने पिछले चुनाव में 1,25,549 मतों के अंतर से जीत दर्ज़ किया। उन्हें 6,14,049 वोट मिले। डॉ. केपी यादव ने उस समय के कांग्रेस के उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराया जिन्हें 4,88,500 वोट मिले। हालांकि उसके बाद सिंधिया ने बीजेपी का दामन थाम लिया और राज्यसभा सांसद चुने गए। तो वहीं अब सिंधिया बीजेपी की ओर से फिर गुना सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में देखते है हम, चुनावी चौपाल..!
गुना की जनसांख्यिकी विविधताओं से भरी है और चुनावी नजरिए से यह मध्य प्रदेश के लोक सभा क्षेत्रों में रोचक और अहम है। इस निर्वाचन क्षेत्र में विगत 2019 के लोक सभा चुनाव में 70.02% मतदान हुआ था। इस बार यानी कि 2024 में मतदाताओं में खासा उत्साह है और वे लोकतंत्र में वोटों की ताकत दिखाने को और ज़्यादा जागरुक और तैय्यार हैं। इस वर्ष यानी कि 2024 में गुना लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी से ज्योतिरादित्य सिंधिया और इंडियन नेशनल कांग्रेस से राव यादवेंद्र सिंह प्रमुख उम्मीदवार हैं।
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के साथ यहां दिलचस्प चुनावी लड़ाई के लिए मंच तैयार हो गया है। इस बार, कांग्रेस को गुना में मोदी लहर और सिंधिया फैक्टर की दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। यह सीट इन चुनावों में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले निर्वाचन क्षेत्रों में से है।
इस बार जहां बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस ने राव यादवेंद्र सिंह यादव को मैदान में उतारा है। परंपरागत रूप से सिंधिया की सीट मानी जाने वाली इस सीट पर लोकसभा चुनाव 2024 के लिए फिल से सिंधिया मैदान में हैं। यह सीट कांग्रेस और बीजेपी के बीच बड़ी राजनीतिक लड़ाई का केंद्र रही है। 2019 की हार का सिंधिया पर गहरा प्रभाव पड़ा था। क्योंकि यह गुना के लोगों के सिंधिया परिवार के प्रति लंबे समय से चले आ रहे समर्थन से दूर होने का प्रतीक थी।