meeting with hospital operators: भोपाल। जबलपुर के निजी अस्पताल में लगी आग के बाद अब भोपाल जिला प्रशासन भी शहर के अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर होश में आया है। भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया, नगर निगम कमिश्नर केवीएस कोलसानी और सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी की अध्यक्षता में आज शहर के तमाम सरकारी अस्पतालों के अधीक्षक, सिविल सर्जन के साथ ही निजी अस्पताल संचालकों और नर्सिंग होम असोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई।
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meeting with hospital operators: जिसके बारे में जानकारी देते हुए कलेक्टर भोपाल ने बताया कि आज की बैठक का मुख्य मुद्दा अस्पतालों में फायर सेफ्टी का रहा। जिसके लिए हमने सभी को सख्त निर्देश दिए है। शहर के 377 अस्पतालों में से 300 अस्पतालों के पास फायर एनओसी है। वहीं 77 अस्पतालों के एप्लीकेशन में कुछ खामियां होने के चलते उन्हें रोका गया है।
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meeting with hospital operators: बैठक में तय किया गया है कि शहर के सभी अस्पतालों में सेफ्टी चेक करने के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल हो,साथ ही इलेक्ट्रिक्ल सेफ्टी ऑडिट किया जाएं। अस्पताल इंटरनल ऑडिट भी करें और इनकी जांच करने के लिए हमारी टीमें औचक निरीक्षण भी करेंगी। इसलिए सभी को आगाह किया गया है कि वह अपने अस्पताल की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त रखें ताकि जबलपुर जैसी दुर्घटना भोपाल में न हो और अगर ऐसी कोई घटना होती भी है तो उससे निपटने के लिए हमारे पास पुख्ता इंतजाम हो।
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