औरंगाबाद, चार फरवरी (भाषा) महाराष्ट्र के ऐतिहासिक रायगढ़ किले के ‘नाने दरवाजा’ से संभवत: भूस्खलन के कारण गिरे 300 से अधिक पत्थरों को बरामद कर लिया गया है, और अब वास्तुशिल्प बिंदुओं के आधार पर संरचना के पुनर्निर्माण के लिए इनका उपयोग किया जाएगा। इस कार्य में जुटे एक विशेषज्ञ ने शनिवार को यह जानकारी दी।
सह्याद्रि पर्वत श्रृंखला में स्थित, औरंगाबाद से लगभग 370 किलोमीटर दूर रायगढ़ किले को 1674 में छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक पर मराठा साम्राज्य की राजधानी बनाया गया था।
संरक्षण वास्तुकार वरुण भामरे ने कहा कि गोपाल चांदोरकर की पुस्तक ‘श्रीमद रायगिराउ’ के अनुसार, नाने दरवाजा किले में एक चुंगी संग्रह बिंदु था और उस समय भूस्खलन के कारण यह संरचना ढह गई होगी।
वरुण भामरे ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमने नीचे घाटी में संरचना से गिरे मेहराब और ब्रैकेट पत्थरों की खोज की और उनमें से लगभग 350 को निकालने में कामयाब रहे। मूल संरचना में उनकी स्थिति की पहचान करने के बाद हमारे द्वारा इन्हें क्रमांकित किया गया है। संरचना का पुनर्निर्माण करने के हिसाब से उन्हें ठीक करने का काम शुरू हो गया है। ’’
भाषा रवि कांत दिलीप
दिलीप
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