भाजपा उम्मीदवार निकम ने कसाब को जेल में बिरयानी परोसे जाने के बारे में झूठ बोला था: कांग्रेस |

भाजपा उम्मीदवार निकम ने कसाब को जेल में बिरयानी परोसे जाने के बारे में झूठ बोला था: कांग्रेस

भाजपा उम्मीदवार निकम ने कसाब को जेल में बिरयानी परोसे जाने के बारे में झूठ बोला था: कांग्रेस

:   Modified Date:  May 5, 2024 / 12:44 AM IST, Published Date : May 5, 2024/12:44 am IST

मुंबई, चार मई (भाषा) कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने शनिवार को आरोप लगाया कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में एक महिला सांसद की जगह वकील उज्ज्वल निकम जैसे व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया है, जिनका 26/11 हमले के आतंकवादी अजमल कसाब को जेल में बिरयानी परोसे जाने के बारे में बोला गया झूठ पहले ही उजागर हो चुका है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मौजूदा सांसद पूनम महाजन को हटाकर पूर्व विशेष लोक अभियोजक निकम को मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा सीट से टिकट दिया है।

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्रीनेत ने कहा कि लोग मुंबई उत्तर मध्य सीट से कांग्रेस उम्मीदवार वर्षा गायकवाड़ को चुनकर भाजपा को सबक सिखाएंगे।

उन्होंने दावा किया कि अजमल कसाब को जेल में बिरयानी परोसे जाने को लेकर निकम का झूठ कुछ साल पहले ही उजागर हो चुका है और उन्होंने खुद अपना झूठ स्वीकार किया था।

श्रीनेत ने दावा किया कि महा विकास अघाडी (एमवीए) मुंबई की सभी छह सीट जीतेगी और भाजपा को चुनाव लड़ने के लिए बाहर से उम्मीदवारों को लाना होगा।

उन्होंने आरोप लगाया कि मुंबई उत्तर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल उन मछुआरों की गंध बर्दाश्त नहीं कर सकते जो मुंबई के मूल निवासी हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि जैसे-जैसे देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के खिलाफ सत्ताविरोधी लहर तेज हो रही है, वे कांग्रेस के बारे में झूठ फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पिछले दस वर्षों में कोई अच्छा काम नहीं किया है, इसलिए वह केवल कांग्रेस और राहुल गांधी के बारे में बोल रही है।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना ने 26/11 के शहीदों और मुंबई पुलिस पर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार की कथित टिप्पणी की निंदा की।

महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वडेट्टीवार ने कथित तौर पर उज्ज्वल निकम को ‘राष्ट्र-विरोधी’ कहा और उन पर यह जानकारी छिपाने का आरोप लगाया कि 26/11 के आतंकवादी हमले के दौरान महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्ता के तत्कालीन प्रमुख हेमंत करकरे कसाब की गोली से नहीं मरे थे, बल्कि आरएसएस से जुड़े एक पुलिसकर्मी की गोली से मरे थे।

भाषा

प्रीति संतोष

संतोष

 

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