महत्वपूर्ण परियोजनाएं पूरी होने में दशकों का समय लगता था : प्रधानमंत्री मोदी |

महत्वपूर्ण परियोजनाएं पूरी होने में दशकों का समय लगता था : प्रधानमंत्री मोदी

महत्वपूर्ण परियोजनाएं पूरी होने में दशकों का समय लगता था : प्रधानमंत्री मोदी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:18 PM IST, Published Date : March 6, 2022/5:44 pm IST

पुणे (महाराष्ट्र), छह मार्च (भाषा) आधुनिक बुनियादी ढांचा विकसित करने के लिए ‘‘गति और पैमाने’’ को सबसे महत्वपूर्ण बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि पिछले दशकों में महत्वपूर्ण परियोजाओं के पूरा होने में देरी हुआ करती थी।

शहर में विभिन्न विकास परियोजनाओं की नींव रखने के बाद प्रधानमंत्री मोदी एमआईटी कॉलेज में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

देश में बुनियादी ढांचा नीत विकास की नयी नीति के संबंध में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में आधुनिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण है गति और पैमाना (परियोजना पूरी होने की गति और उसका विस्तार/आकार)।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन दशकों तक हमारे यहां ऐसा तंत्र था कि महत्वपूर्ण परियोजनाओं के पूरा होने में लंबा समय लगा करता था। ऐसे लापरवाही भरे रवैये से देश का विकास भी प्रभावित हो रहा था।’’

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, पिम्परी, चिंचवड़, ठाणे और नागपुर शहरों में मेट्रो ट्रेन सेवा शुरू की जा रही है।

प्रधानमंत्री ने आज दिन में पुणे मेट्रो रेल परियोजना के एक खंड का उद्घाटन किया। उन्होंने पुणे सहित अन्य शहरों के लोगों से अनुरोध किया कि वे अपने सामाजिक तबके को दरकिनार करके मेट्रो ट्रेन में सफर करें।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं समाज के सभी तबके के लोगों से, खास तौर से बड़े/अमीर लोगों से अपील करता हूं कि वे मेट्रो ट्रेन से यात्रा करें।’’ उन्होंने कहा कि मेट्रो ट्रेन से जितनी ज्यादा संख्या में लोग यात्रा करेंगे, उनके शहर को उतना ज्यादा लाभ होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘21वीं सदी के भारत में, हमें अपने शहरों को और आधुनिक बनाना है, और नयी सुविधाएं जोड़नी हैं। भारत में भविष्य के शहरों को ध्यान में रखते हुए केन्द्र एक साथ कई परियोजनाओं पर काम कर रहा है। हमारी सरकार का लक्ष्य हरित परिवहन को मजबूत बनाना, इलेक्ट्रिक बसों, कारों और ई-बाइक को प्रोत्साहित करना है। लोगों को कार का उपयोग सिर्फ जरूरत पड़ने पर ही करना चाहिए।’’

मोदी ने कहा कि प्रत्येक शहर में एक समेकित कमान और कंट्रोल केन्द्र होना चाहिए जो शहर को ‘स्मार्ट सिटी’ बनाएगा। उन्होंने प्रभावी कचरा प्रबंधन और सीवेज शोधन संयंत्रों पर भी जोर दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जल स्रोतों की रक्षा उचित प्रबंधन के माध्यम से की जानी चाहिए। सभी शहरों में गोवर्धन प्लांट लगाए जाने चाहिए ताकि कचरे से धन कमाया जा सके और ऊर्जा जरूरतों को भी पूरा किया जा सके। हम इसी दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहे हैं।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि फ्लैट खरीदने वालों की सुरक्षा के लिहाज से केन्द्र ने रेरा (रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलॉपमेंट) कानून बनाया है।

भाषा अर्पणा नरेश

नरेश

 

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