Chaitra Navratri Ghatasthapana 2024 Samagri List

Chaitra Navratri 2024 Ghatasthapana Vidhi: कल से शुरू होगी चैत्र नवरात्रि, जानें घटस्थापना की विधि, शुभ मुहूर्त और सामग्री

Chaitra Navratri 2024 Ghatasthapana Shubh Muhurat: जैसा कि मालुम है कि चैत्र माह की अमावस्या के अगले दिन प्रथमा तिथि से नवरात्र शुरू होते हैं। नवरात्र के 9 दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही जीवन में सुख-शांति के लिए व्रत किया जाता है। इस दिन घटस्थापना के बाद ही मां दुर्गा की पूजा की जाती है।

Edited By :   Modified Date:  April 8, 2024 / 09:51 AM IST, Published Date : April 8, 2024/9:50 am IST

Chaitra Navratri 2024: कल यानि 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरूआत होने जा रही है। इन नौ दिनों में जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस दिन घटस्थापना के बाद ही मां दुर्गा की पूजा की जाती है। ऐसे में घटस्थापना का शुभ मुहूर्त पूजा सामग्री और विधि के बारे में हमें जरूर सही जानकारी होनी चाहिए।

जैसा कि मालुम है कि चैत्र माह की अमावस्या के अगले दिन प्रथमा तिथि से नवरात्र शुरू होते हैं। नवरात्र के 9 दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही जीवन में सुख-शांति के लिए व्रत किया जाता है। इस दिन घटस्थापना के बाद ही मां दुर्गा की पूजा की जाती है।

चैत्र नवरात्र 2024 घटस्थापना शुभ मुहूर्त (Chaitra Navratri 2024 Ghatasthapana Shubh Muhurat)

पंचाग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 08 अप्रैल को रात 11 बजकर 50 मिनट से होगी और इसका समापन 09 अप्रैल को रात 08 बजकर 30 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार 09 अप्रैल से चैत्र नवरात्र की शुरुआत मानी जाएगी, इसमें किसी को भी संशय नहीं होना चाहिए।

यदि घटस्थापना की बात करें तो इस दिन घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 02 मिनट से लेकर 10 बजकर 16 मिनट तक है। वहीं, अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक है। इन 2 शुभ मुहूर्त में आप घटस्थापना कर सकते हैं, जो कि बेहद शुभदायक होगा।

चैत्र नवरात्र 2024 घटस्थापना की विधि (Chaitra Navratri Kalash Sthapana Vidhi)

ऐसा माना जाता है कि चैत्र नवरात्र में शुभ मुहूर्त के दौरान कलश स्थापित करने से व्यक्ति के घर में खुशियों का आगमन होता है। अगर आप कलश स्थापना कर रहे हैं, तो चांदी, मिट्टी या तांबे या पीतल के कलश में घटस्थापना कर सकते हैं। घटस्थापना में लोहे या स्टील का कलश प्रयोग न करें। घटस्थापना करने से पहले मंदिर या उस स्थान की जहां कि आपको कलश स्थापना करना है उसकी शुद्धता से साफ-सफाई कर लें।

घटस्थापना की जगह पर गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें। इसके बाद हल्दी से अष्टदल बनाएं और कलश में शुद्ध जल लेकर लौंग, अक्षत, हल्दी, सिक्का, इलायची, पान और फूल समेत आदि चीजें डालें। इसके बाद ऊपर रोली से स्वास्तिक बनाएं। अंत में कलश की स्थापना के समय मां दुर्गा का ध्यान अवश्य करें।

चैत्र नवरात्र घटस्थापना 2024 सामग्री लिस्ट ( Chaitra Navratri Ghatasthapana 2024 Samagri List)

कलश, (मिट्टी, चांदी या तांबे), गंगाजल, आम के पत्ते की डाली, सिक्का, अक्षत।
जौ बोने के लिए – मिट्टी का बर्तन, एक साफ कपड़ा, जल, मिट्टी, कलावा और जौ।
अखंड ज्योति के लिए – पीतल या मिट्टी का दीपक, घी, रुई की बत्ती, रोली, अक्षत आदि।

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