आप ने दिशा की गिरफ्तारी को ‘न्यायेतर अपहरण’ बताया, तत्काल रिहा करने की मांग की | Aap described Disha's arrest as 'extrajudy kidnapping', demanding immediate release

आप ने दिशा की गिरफ्तारी को ‘न्यायेतर अपहरण’ बताया, तत्काल रिहा करने की मांग की

आप ने दिशा की गिरफ्तारी को ‘न्यायेतर अपहरण’ बताया, तत्काल रिहा करने की मांग की

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:48 PM IST, Published Date : February 15, 2021/11:28 am IST

नयी दिल्ली, 15 फरवरी (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) ने 21 साल की जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि को तत्काल रिहा करने की मांग की और इसे ‘‘न्यायेतर अपहरण’’ करार दिया।

आप प्रवक्ता राघव चड्ढा ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी रवि की गिरफ्तारी की निंदा करती है।

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सरकार ने देश में आपातकाल लगा दिया है। युवा मुखर होकर बोल रहे हैं, लेकिन भाजपा युवाओं को पसंद नहीं करती है, इसीलिए 21 वर्षीय युवा कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया गया है।’’

चड्ढा ने कहा कि 300 सांसदों वाली भाजपा सरकार युवा कार्यकर्ता से इतनी डरती है कि उसने उसे गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली पुलिस को भेजा।

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सरकार को देश के युवाओं से एलर्जी है। रवि की गिरफ्तारी से यह पता चलता है। उसकी गिरफ्तारी एक न्यायेतर अपहरण था।’’

चड्ढा ने कहा, ‘‘भाजपा ने देश में अघोषित आपातकाल लगा रखा है। हम मांग करते हैं कि रवि को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।’’

उन्होंने देश के युवाओं से एकजुट होने और राष्ट्र में हो रहे अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने का आह्वान किया।

पुलिस ने बताया है कि रवि को केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध- प्रदर्शन से संबंधित टूलकिट को जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के साथ कथित तौर पर साझा करने के लिए शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था।

दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि रवि ‘टूलकिट गूगल दस्तावेज’ की एडिटर होने के साथ ही दस्तावेज तैयार करने और उसके प्रसार की ‘‘प्रमुख साजिशकर्ता’’ थी।

पुलिस ने कहा है कि ‘बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन’ में स्नातक रवि ‘फ्राइडेज फॉर फ्यूचर इंडिया’ नामक समूह के संस्थापक सदस्यों में से एक है।

अधिवक्ता निकिता जैकब और सामाजिक कार्यकर्ता शांतनु के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए गए हैं। इनके खिलाफ यह गैर जमानती वारंट दस्तावेज तैयार करने में उनकी कथित संलिप्तता के आरोप में जारी किये गए हैं। इन पर यह भी आरोप है कि ये ‘खालिस्तान समर्थक तत्वों’’ के सीधे संपर्क में थे।

भाषा अमित नरेश

नरेश

 

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