जनता से नकारे जाने के बाद भी भ्रामक और झूठे प्रचार से बाज नहीं आ रही भाजपा: गहलोत | BJP not coming out of misleading and false propaganda even after public denial: Gehlot

जनता से नकारे जाने के बाद भी भ्रामक और झूठे प्रचार से बाज नहीं आ रही भाजपा: गहलोत

जनता से नकारे जाने के बाद भी भ्रामक और झूठे प्रचार से बाज नहीं आ रही भाजपा: गहलोत

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:38 PM IST, Published Date : February 9, 2021/1:14 pm IST

जयपुर, नौ फरवरी (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि जनता द्वारा पूरी तरह नकारे जाने के बाद भी भाजपा भ्रामक और झूठे प्रचार से बाज नहीं आ रही है। उन्होंने भाजपा पर नकारात्मक राजनीति करने का भी आरोप लगाया।

गहलोत ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा रविवार को जयपुर में राजस्थान सरकार पर लगाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए यह बात कही।

उन्होंने कहा कि दिल्ली से आकर भाजपा के नेता राजस्थान में झूठ फैलाते हैं, जनता ने नगरीय निकाय चुनावों में उनके झूठे और भ्रामक प्रचार का करारा जवाब दिया है लेकिन बीजेपी नकारात्मक राजनीति से बाज नहीं आ रही है।

गहलोत ने एक बयान में कहा कि भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मिथ्या आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने 10 द‍िन में कर्जमाफी का जो वादा किया वह पूरा नहीं हुआ।

गहलोत ने कहा कि स्मृति ईरानी ने तथ्यों पर पूरा होमवर्क नहीं किया, इसलिए उन्होंने ‘तथ्यात्मक रूप से गलत’ बयान दिया है।

गहलोत के अनुसार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तीन दिन बाद ही 19 सितंबर 2018 को उन्होंने प्रेस वार्ता कर किसानों की कर्जमाफी का ऐलान किया, राजस्थान सरकार ने अपने अधीन सभी सहकारी व भूमि विकास बैंकों से 20 लाख 56 हजार किसानों के 30 नवंबर 2018 तक के सम्पूर्ण फसली ऋणों को माफ किया।

मुख्यमंत्री ने दावा कि इसके साथ ही पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा की गई कर्जमाफी के 6072 करोड़ रुपये का भुगतान भी कांग्रेस सरकार ने किया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने कुल 14 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के किसानों के कर्ज माफ किए हैं।

गहलोत ने कहा,‘‘स्मृति ईरानी को बताना चाहिए कि केंद्र की मोदी सरकार वर्ष 2008 में संप्रग सरकार (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) द्वारा की गई 72 हजार करोड़ रुपये की किसान कर्जमाफी की तरह पूरे देश के किसानों के कर्ज माफ क्यों नहीं कर रही?’’

पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर गहलोत ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के नेता कह रहे हैं कि राज्य सरकार ने वैट बढ़ा रखा है जबकि केंद्र सरकार षडयंत्रपूर्ण तरीके से पेट्रोल-डीजल पर विशेष उत्पाद शुल्क और अतिरिक्त उत्पाद शुल्क को बढ़ा रही है ताकि राज्यों को कोई फायदा ना मिले और केन्द्र सरकार का खजाना भरता रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर भाजपा नेताओं को जनता से कोई सरोकार है तो वह पहले केंद्र सरकार से कर कम करवाएं, राजस्थान राज्य की चिंत ना करें यहां का संतुलन हमारी सरकार बनाए रखेगी।

गहलोत ने यह भी कहा कि अगर राजस्थान में पूववर्ती सरकार द्वारा रिफाइनरी का काम पूरे पांच साल तक ना अटकाया गया होता तो राजस्थान की जनता को भी यहीं परिशोधित सस्ता पेट्रोल-डीजल मिल सकता था।

ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना (ईआरसीपी) के सवाल पर स्मृति ईरानी द्वारा कोई जवाब नहीं दिए जाने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि स्मृति ईरानी को प्रधानमंत्री को राजस्थान की जनता से किया वादा याद करवाना चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में दो रैली में ईआरसीपी को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित करने का वाद किया था।

भाषा पृथ्वी कुंज धीरज

धीरज

 

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