लंदन: इंग्लैंड के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने सोमवार को कहा कि ब्रिटेन कोविड-19 के “सबसे खराब” हफ्तों में प्रवेश कर गया है और आने वाला समय “बेहद खतरनाक” होगा। उन्होंने संक्रमण का प्रसार रोकने के लिये लोगों से घर पर रहने के नियम का सख्ती से अनुपालन करने का अनुरोध किया है।
Read More: IAS अफसरों का तबादला आदेश जारी, देखिए पूरी सूची
लॉकडाउन के नियमों का पालन करने से जुड़े कई जागरुकता अभियानों की श्रृंखलाओं का चेहरा रहे प्रोफेसर क्रिस व्हिटी ने कहा कि पहले से ही काम के अत्याधिक बोझ से जूझ रही राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) की मदद करने का एक मात्र जरिया है कि अन्य लोगों के साथ सभी अनावश्यक संपर्कों को न्यूनतम किया जाए और साथ ही साथ टीकाकरण कार्यक्रम में तेजी लाई जाए।
प्रोफेसर व्हिटी ने बीबीसी से कहा, “मुझे लगता है कि हर कोई यह स्वीकार करेगा कि एनएचएस के आंकड़ों के लिहाज से यह सर्वाधिक खतरनाक समय है। अगले कुछ हुफ्ते एनएचएस के लिये महामारी के सबसे बुरे हफ्ते होंगे।” उन्होंने कहा, “यह हर किसी की समस्या है। किसी के साथ भी आपका अनावश्यक संपर्क संक्रमण के प्रसार का संभावित जरिया बन सकता है जो किसी कमजोर शख्स को प्रभावित करे।”
Read More: यात्रियों से भरी बस में लगी आग, 2 यात्रियों की जिंदा जलकर हुई मौत
उन्होंने कहा कि इंग्लैंड के अस्पतालों में कोविड-19 के 30,000 से ज्यादा मरीज फिलहाल भर्ती हैं जबकि अप्रैल में जब बीमारी चरम पर थी तब यह आंकड़ा 18,000 का था। उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीजों के आंकड़ों से “स्तब्ध नहीं होने वाला कोई भी शख्स असल में इसकी गंभीरता को समझ ही नहीं पाया है।”
उन्होंने कहा, “यह एक भयावह स्थिति है।” उन्होंने महामारी के शुरू होने के बाद से देश में हुई 80 हजार से ज्यादा मौतों को इंगित किया और बताया कि एक अनुमान के मुताबिक ब्रिटेन में हर 50 में से एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित है। उनकी यह चेतावनी ऐसे वक्त आई है जब ब्रिटेन में 80 साल से ज्यादा उम्र के जोखिम वाले लोगों के लिये नए टीकाकरण केंद्र खोले गए हैं और एनएचएस द्वारा उन्हें पत्र भेजकर इस अभियान के बारे में सूचित किया जा रहा है।
इन केंद्रों के खुलने से लोगों को नए विकल्प मिलेंगे और लोग ऑनलाइन या फोन के जरिये राष्ट्रीय बुकिंग सेवा का इस्तेमाल कर सात केंद्रों में से किसी एक पर टीकाकरण के लिये समय निर्धारित करा सकते हैं। ऐसा करने में असुविधा होने पर आने वाले हफ्तों में बुजुर्ग अपने स्थानीय टीकाकरण केंद्रों में भी टीका लगवा पाएंगे।