हैरिस की जीत दुनिया भर में भारतीय मूल के कानून निर्माताओं को मिलती बड़ी जिम्मेदारी में नया अध्याय | Harris wins new chapter in big responsibility for Indian-origin lawmakers around world

हैरिस की जीत दुनिया भर में भारतीय मूल के कानून निर्माताओं को मिलती बड़ी जिम्मेदारी में नया अध्याय

हैरिस की जीत दुनिया भर में भारतीय मूल के कानून निर्माताओं को मिलती बड़ी जिम्मेदारी में नया अध्याय

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:15 PM IST, Published Date : November 8, 2020/12:59 pm IST

(योषिता सिंह)

न्यूयॉर्क, आठ नवंबर (भाषा) अप्रवासी माता पिता की बेटी कमला हैरिस ने दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र में अमेरिका की पहली अश्वेत और दक्षिण एशियाई मूल की महिला उप राष्ट्रपति बनकर इतिहास रच दिया और इसी के साथ दुनिया भर की सरकारों में प्रभावी स्थिति हासिल करते भारतीय मूल के लोगों की बढ़ती सूची में भी वह शामिल हो गई हैं।

अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा से लेकर सिंगापुर और न्यूजीलैंड जैसे देशों में भारतीय मूल के राजनेताओं की उल्लेखनीय मौजूदगी नजर आ रही है जो सरकार और मंत्रिमंडल में अहम भूमिका हासिल कर रहे हैं।

अमेरिका के अगले उप राष्ट्रपति के तौर पर हैरिस का चुनाव कई लिहाज से पहला है- वह पहली महिला होंगी, पहली अश्वेत महिला होंगी, भारतीय मूल की पहली महिला होंगी और उप राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने वाली पहली अप्रवासी होंगी।

हैरिस का इस राजनीतिक ऊंचाई तक पहुंचना अमेरिका में रह रहे करीब 40 लाख भारतीयों की सफलता में एक मील का पत्थर है और यह सिर्फ अमेरिका तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह ऐसा दौर है जिसे दुनिया भर में देखा जा रहा है। भारतीय मूल के कई लोगों को मंत्री और मंत्रिमंडल में नीति निर्माताओं के तौर पर नामित किया जा रहा है। मंत्रिमंडलों में अब ज्यादा विविधता दिख रही है।

यहां यह बात गौर किये जाने लायक है कि भारतीय मूल के राजनेता भारत के लिये राष्ट्रवाद और सांस्कृतिक गौवर का स्रोत हो सकते हैं लेकिन उनके कूटनीतिक या राजनीतिक स्तर पर किसी तरह के झुकाव की उम्मीद कम ही है और उनकी नीतियां निश्चित रूप से उनकी नागरिकता वाले देश के अनुरूप ही होंगी। इसके बावजूद, राजनीतिक रूप से उनके बढ़ते कद से भारत की प्रतिष्ठा और मौजूदगी बढ़ी है जबकि अप्रवासी भारतीयों के व्यापक विस्तार को भी यह प्रदर्शित करता है।

अन्य देशों में महत्वपूर्ण पद हासिल करने वाले भारतीय मूल के राजनेताओं में न्यूजीलैंड में भारतीय मूल की पहली मंत्री प्रियंका राधाकृष्णन, रिपब्लिकन पार्टी की वरिष्ठ नेता निकी हेली, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के मंत्रिमंडल में राष्ट्रीय रक्षा मंत्री हरजीत सज्जन, ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल, ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक, आयरलैंड के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री लियो वरदकर, सिंगापुर में भारतीय मूल के पहले नेता विपक्ष प्रीतम सिंह शामिल हैं।

भाषा

प्रशांत नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers