कृषि क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धि के प्रयोग हेतु नीति, वित्तीय समर्थन की आवश्यकता: नास्कॉम | Policy, financial support needed for use of artificial intelligence in agriculture sector: NASSCOM

कृषि क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धि के प्रयोग हेतु नीति, वित्तीय समर्थन की आवश्यकता: नास्कॉम

कृषि क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धि के प्रयोग हेतु नीति, वित्तीय समर्थन की आवश्यकता: नास्कॉम

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:18 PM IST, Published Date : March 25, 2021/4:49 pm IST

नयी दिल्ली, 25 मार्च (भाषा) आईटी उद्योग निकाय नास्कॉम ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत को कृषि क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धि (एआई) की पूर्ण संभावनाओं का फायदा लेने के लिए नीतिगत और वित्तीय सहायता की आवश्यकता है। देश का कृषि क्षेत्र अभी भी कई चुनौतियों का सामना करता है।

इसने कहा है कि एआई में कृषि क्षेत्र को कठिन लागत परिस्थितियों से मुक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता है, जो आंकड़ा-संचालित खेती की ओर एक बदलाव को उत्प्रेरित करता है।

इसमें कहा गया है कि सटीक कृषि और कृषि प्रबंधन, कृषि रोबोट, स्वचालित निराई, फसल की गुणवत्ता और उसके तैयार होने की पहचान, कीट भविष्यवाणी एवं उसकी रोकथाम, पशुधन की निगरानी एवं प्रबंधन, फसल उपज का आकलन, आदि जैसे कई एआई उपयोग वाले मामले, एकीकृत आपूर्ति श्रृंखला और बुद्धिमान खेत संचालन के माध्यम से परिचालन दक्षता में सुधार लाते हुए कृषि उत्पादकता में सुधार लाकर और किसानों को सशक्त बना सकते हैं।

अर्नस्ट एंड यंग (ईवाई) के साथ मिलकर ‘भारत के कृषि उत्पादन को अधिकतम करने के लिए एआई का उपयोग’ रिपोर्ट के अनावरण के मौके पर, नास्कॉम के अध्यक्ष देबजानी घोष ने कहा कि नीदरलैंड की तरह, भारत भी कृषि क्षेत्र में एआई प्रौद्योगिकियों की क्षमता का उपयोग कर सकता है।

घोष ने एक बयान में कहा, ‘‘नीदरलैंड कृषि में प्रभावी एआई अपनाने का एक शानदार उदाहरण है। महज एक छोटी कृषि योग्य भूमि के साथ वह देश, दुनिया के कृषि उत्पादों का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश बन गया है।’’

घोष ने कहा कि एआई की पूरी क्षमता का एहसास करने के लिए, आवश्यक बुनियादी ढांचा और नीति सहायता प्रदान करने के लिए सरकार, उद्योगों, और स्टार्ट-अप का गठबंधन, विभिन्न क्षेत्रों में एआई नवाचार को लागू करना तथा स्टार्टअप का संरक्षण और उसे वित्तीय सहायता प्रदान करना अनिवार्य हैं।

मौजूदा समय में, कई एआई के क्षेत्र में काम करने वाले स्टार्ट-अप अभिनव एआई नीत समाधान विकसित कर रहे हैं, जो मूल्य श्रृंखला में विशिष्ट चुनौतियों को लक्षित करते हैं। सटीक खेती, फसल रोग प्रबंधन और उपज छँटाई और ग्रेडिंग स्टार्ट-अप के लिए शीर्ष प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं। भाषा राजेश राजेश मनोहर

मनोहर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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