मुंबई, तीन मई (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने चारों डिप्टी गवर्नर के बीच विभागों बंटवारा कर दिया। इसके तहत नवनियुक्त डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर मुद्रा प्रबंधन, सूचना प्रौद्योगिकी और विदेशी विनिमय समेत आठ विभागों की जिम्मेदारी संभालेंगे। आरबीआई ने सोमवार को यह जानकारी दी।
इससे पहले, दिन में शंकर ने रिजर्व बैंक के चौथे डिप्टी गवर्नर के रूप में पदभार संभाला। उनकी नियुक्ति तीन साल के लिये की गयी है। वह इससे पहले आरबीआई के कार्यकारी निदेशक थे।
डिप्टी गवर्नर पद पर शंकर की नियुक्ति के साथ केंद्रीय बैंक ने डिप्टी गवर्नरों के पोर्टफोलियो में फेरबदल किया है।
मौद्रिक नीति विभाग एम डी पात्रा के पास बना रहेगा।
शंकर बाह्य निवेश और परिचालन, सरकार तथा बैंक खातें, भुगतान और निपटान प्रणाली और आंतरिक कर्ज प्रबंधन के अलावा सूचना का अधिकार विभाग को भी देखेंगे।
डिप्टी गवर्नर एम के जैन को नौ विभागों की जिम्मेदारी दी गयी है। इसमें समन्वय विभाग, केंद्रीय प्रतिभूति प्रकोष्ठ, उपभोक्ता शिक्षा और संरक्षण, निगरानी, मानव संसाधन प्रबंधन तथा राजभाषा विभाग शामिल हैं।
पात्रा कंपनी रणनीति और बजट विभाग, आर्थिक और नीति अनुसंधान विभाग, सांख्यिकी और सूचना प्रबंधन, जमा बीमा और क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन, वित्तीय बाजार परिचालन विभाग और वित्तीय स्थिरता इकाई समेत अन्य विभाग देखेंगे।
आरबीआई के अनुसार डिप्टी गवर्नर एम राजेश्वर राव को छह विभागों की जिम्मेदारी दी गयी है। उन्हें नियमन विभाग, संचार विभाग, प्रवर्तन विभाग, निरीक्षण विभाग, कानूनी विभाग और जोखिम निगरानी विभाग की जिम्मेदारी दी गयी है।
बी पी कानूनगो के एक साल के सेवा विस्तार के बाद दो अप्रैल को सेवानिवृत्त होने के पश्चात शंकर को डिप्टी गवर्नर पद पर नियुक्त किया गया है।
भाषा
रमण महाबीर
महाबीर
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