बांग्लादेश में इस्लामी समूह से जुड़ा कट्टरपंथी धर्मगुरु गिरफ्तार | Radical cleric linked to Islamic group arrested in Bangladesh

बांग्लादेश में इस्लामी समूह से जुड़ा कट्टरपंथी धर्मगुरु गिरफ्तार

बांग्लादेश में इस्लामी समूह से जुड़ा कट्टरपंथी धर्मगुरु गिरफ्तार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:34 PM IST, Published Date : April 18, 2021/1:58 pm IST

ढाका, 18 अप्रैल (भाषा) बांग्लादेश में इस्लामी समूह से जुड़े एक कट्टरपंथी धर्मगुरु को देश में हिंसा भड़काने के आरोप में रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया।

अखबार ‘ढाका ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और जासूसों की एक संयुक्त टीम ने आज मोहम्मदपुर स्थित एक इस्लामी मदरसे पर छापा मारा और ‘हिफाजत ए इस्लाम’ नामक संगठन के संयुक्त महासचिव मामुनुल हक को गिरफ्तार कर लिया, जो हाल में कुछ विवादों को लेकर सुर्खियों में रहा था।

ढाका महानगर पुलिस के संयुक्त आयुक्त (खुफिया शाखा) महबूब आलम ने कहा कि 47 वर्षीय हक को अपराह्न करीब साढ़े बारह बजे गिरफ्तार किया गया।

अधिकारियों ने बताया कि मदरसे के छात्रों और शिक्षकों ने प्रदर्शन कर छापेमारी को रोकने की कोशिश की। हालांकि, हक को मदरसे की पहली मंजिल के एक कमरे से गिरफ्तार कर लिया गया।

ढाका महानगर पुलिस के उपायुक्त हारून उर राशिद ने कहा कि हक और उसके संगठन के अन्य नेता कानून प्रवर्तन अधिकारियों तथा थानों पर हमलों एवं तोड़फोड़ सहित अनेक मामलों में आरोपी हैं। इन मामलों की जांच की जा रही है।

पूर्व में, हक तब सुर्खियों में आया था जब उसने प्रतिमाओं के संबंध में विवादास्पद टिप्पणियां की थीं। वह विगत में सरकार को धमकी देने का भी आरोपी रहा है।

पिछले साल नवंबर में उसने कहा था कि राजधानी के ढोलईपार में बंग बंधु शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा लगाने का काम तत्काल रोका जाना चाहिए।

इस बीच, ढाका स्थित एक अदालत ने वर्ष 2013 में हुई हिंसा के मामले में हिफाजत ए इस्लाम के ढाका नगर अध्यक्ष जुनैद अल हबीब और संगठन के सहायक महासचिव जलालुद्दीन को आज सात दिन के रिमांड पर भेज दिया जिन्हें शनिवार को गिरफ्तार किया गया था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पिछले महीने हुई बांग्लादेश यात्रा के दौरान हिफाजत ए इस्लाम के सदस्यों ने प्रदर्शन किया था और सरकारी इमारतों पर हमले किए थे। ये लोग सुरक्षाबलों से भिड़ गए थे। हिंसक प्रदर्शनों के दौरान कुछ प्रदर्शनकारी मारे गए थे और दर्जनों लोग घायल हुए थे।

भाषा नेत्रपाल नीरज

नीरज

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)