नयी दिल्ली, 25 फरवरी (भाषा) वाहन विनिर्माताओं का संगठन सियाम ने बृहस्पतिवार को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों खासकर सेमीकंडक्टर के स्थानीय स्तर पर विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिये सरकार से समर्थन मांगा। इस उपकरण का फिलहाल वैश्विक स्तर पर कमी है और इसके विनिर्माण के लिये बड़े पैमाने पर निवेश की जरूरत है।
सोसाइटी ऑफ इंडिया ऑटोमोबाइल मैनुफैक्चरर्स (सियाम) के अध्यक्ष केनिची अयूकावा ने वाहनों के लिये कल-पुर्जा बनाने वाली कंपनियों के संगठन एसीएमए के एक कार्यक्रम में कहा कि दोनों उद्योग संगठन ज्यादा-से-ज्यादा उपकरणों के स्थानीय स्तर पर विनिर्माण और आत्मनिर्भर होने के लिये रूपरेखा पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने साथ मिलकर इंजन ट्रांसमिशन, इलेक्ट्रिक टूलिंग, विशेष प्रकार के इस्पात आदि जैसे क्षेत्रों को चिन्हित किया है। इन उत्पादों के स्थानीय सतर पर विनिर्माण की अच्छी गुंजाइश है।’’
अयूकावा ने कहा, ‘‘इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्रों खासकर सेमीकंडक्टर उपकरणों के स्थानीय स्तर पर विनिर्माण लिये सरकर के समर्थन की जरूरत है। इसका कारण इसमें लगने वाला भारी निवेश है। अकेले वाहनों की मांग इतनी नहीं है जिससे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का स्थानीय स्तर पर विनिर्माण को प्रोत्साहन मिले।’’
कोविड-19 महामरी और उसकी रोकथाम के लिये ‘लॉकडाउन’ के दौरान उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग की मांग बढ़ने से सेमीकंडक्टर की वैश्विक स्तर पर कमी है। इससे भारत में भी वाहनों के विनिर्माण पर असर पड़ा है।
अयूकावा मारुति सुजुकी के प्रबंध निदेशक और सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) भी हैं।
उन्होंने केरोना वायरस संकट से वाहन उद्योग के बाहर निकलने के बारे में कहा, ‘‘हम कुछ खंडों में पुनरूद्धार देख रहे हैं। लेकिन व्यापार के मोर्चे पर स्थिति लगातार चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।’’
भाषा
रमण मनोहर
मनोहर
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