चंडीगढ़, नौ फरवरी (भाषा) सिंघू और टीकरी बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन स्थलों पर अलग-अलग घटनाओं में हरियाणा के दो किसानों की मौत हो गई।
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि सिंघू बॉर्डर पर हरिंदर (50) की मौत संभवत: दिल का दौरा पड़ने से हुई है, जबकि टीकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में स्वयंसेवक के तौर पर कार्य कर रहे दीपक (28) की ट्रैक्टर-ट्रॉली से गिरने के कारण सिर में लगी गहरी चोट से मौत हो गई।
सोनीपत पुलिस ने बताया कि पानीपत के सिवान गांव के रहने वाले हरिंदर सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन स्थल पर आज सुबह बेहोशी की हालत में मिले।
उन्होंने कहा, ‘‘वह मृत अवस्था में मिले। संदेह है कि उनकी मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारण का पता चलेगा।’’
उधर, पुलिस ने बताया कि टीकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में स्वयंसेवक के तौर पर काम कर रहा दीपक हरियाणा के रोहतक जिले का निवासी था। पुलिस के अनसार ट्रैक्टर-ट्राली से गिरने की वजह से सिर में आई गंभीर चोट से उसकी मौत हो गई।
झज्जर जिले के असोदा थाने के एसएचओ कुलदीप सिंह ने फोन पर बताया कि दीपक को पीजीआईएमएस रोहतक में भर्ती कराया गया था, सोमवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि दीपक पांच फरवरी को बहादुरगढ़ बाईपास के पास हासदे का शिकार हुआ।
अधिकारी ने बताया, ‘‘दीपक ट्रैक्टर ट्रॉली पर बैठा आंदोलनकारी किसानों को राशन बांट रहा था। इसी दौरान वह गिरा और उसके सिर में चोट आयी। पीजीआईएमएस रोहतक में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।’’
भाषा अर्पणा पवनेश
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