छत्तीसगढ़ अब प्रगति की राह में अग्रसर हो गया है इसी का परिणाम है की अब अमेरिका से आये दूत भी छत्तीसगढ़ जैसी बुनियादी सुविधा को अमेरिका में भी होनी चाहिए ऐसी सोच रखने लगे है। अमेरिकी वाणिज्यिक दूतावास के काउंसल जनरल एडगर्ड डी कैगन अपने रायपुर प्रवास के दौरान राजधानी स्थित देश और प्रदेश के पहले वन स्टॉप सेंटर ‘सखी’ का अवलोकन कर ये बात कही.
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उन्होंने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध हो रही हिंसा को समाप्त करने और उनको हिंसा से संरक्षण और सुरक्षा प्रदान करने के लिए भारत के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा किया गया यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है जिसमें एक ही छत के नीचे महिलाओं को चिकित्सकीय,विधिक सहायता, मनोवैज्ञानिक सलाह और परामर्श की सुविधा और मार्गदर्शन के साथ साथ संरक्षण भी प्रदान किया जा रहा है। महिलाओं के लिए भयमुक्त वातावरण बनाने में और उन्हें न्याय दिलाने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है.
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उन्होंने यहाँ की कार्य प्रणाली की प्रशंसा की और कहा कि अमेरिका में महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा को देखते हुए वहां भी इस तरह की पहल की आवश्यकता है इसलिए वे यहाँ पर इस संस्था की कार्यप्रणाली का अध्ययन करने आये हैं। उन्हें इस बात पर भी खुशी जाहिर की की छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जहाँ पर प्रत्येक जिले में इस तरह के वन स्टॉप सेंटर खोले गए हैं। उन्होंने इस अवसर पर यहाँ की सहायक अधीक्षिका श्रीमती प्रीती पाण्डेय को उन्हें स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। उल्लेखनीय है कि 16 जुलाई 2015 को स्थापित सखी वन स्टॉप सेंटर में अब तक दहेज प्रतारणा, घरेलु हिंसा ,मानसिक प्रतारणा आदि से जुड़े 1506 प्रकरण दर्ज किये गए हैं जिसमें से 966 का निराकरण किया जा चुका है.
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इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की अपर संचालक पद्मिनी भोई ने कहा कि प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि महिला सशक्तिकरण और महिलों को अपराधों से संरक्षण के लिए राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयत्नों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है. इस अवसर पर जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी अशोक पाण्डेय सहित सखी वन स्टॉप सेंटर में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारी भी मौजूद थे.