किरंदुल। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दो दिवसीय बस्तर दौरे पर हैं और इसी बीच नक्सलियों ने दक्षिण बस्तर मे रेलवे को नुकसान पहुंचकर बड़ी वारदात को अंजाम दिया हैं। एक तरफ नक्सलियों ने पटरी उखाड़कर ट्रेन डिरेल करने की कोशिश की तो दूसरी तरफ पेड़ काटकर ट्रेक पर डाल दिया और विद्युत तार को डैमेज कर रेल मार्ग को लगभग 12 घंटों के लिए बाधित कर दिया।
माओवादियों ने बुधवार रात 9 बजे केके रेललाइन की भांसी कामालूर के बीच 100 मीटर पटरी को उखाड़ दिया और बैनर पोस्टर फेंके। विशाखापटनम से किरंदुल जा रही यात्री ट्रेन चालक की सूझबूझ से एक बड़ी दुर्घटना से बच गई। बताया जा रहा है कि ड्राइवर ने ट्रैक पर नक्सली बैनर-पोस्टर देखकर समझदारी दिखाई और खुद ही ट्रेन को रोक दिया ऐसे में एक बड़ा हादसा टल गया। रात को 10 बजे यात्री समेत ट्रेन जंगल मे आधे घंटे खड़ी रही जिसके बाद ट्रेन को दंतेवाड़ा पहुंचाया गया।यात्रियों को परेशानियों के साथ दंतेवाड़ा स्टेशन और ट्रेन में ही रात गुजारनी पड़ी। हालांकि जान बच जाने की खुशी भी यात्रियों में थी।
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भांसी-बचेली सेक्शन में रेलवे ट्रेक पर पेड़ गिराकर आवागमन बाधित कर दिया। माओवादियों द्वारा रेलवे ट्रेक पर पेड़ काटकर गिरा दिए जाने से ओएचई लाइन क्षतिग्रस्त हुई है। नक्सलियों ने इस वारदात को पोल नंबर 433/18 के बीच अंजाम दिया है। रेलवे के कर्मचारी नक्सली वारदात में क्षतिग्रस्त ओएचई लाइन को बहाल करने में जुटे हैं। कयास लगाए जा रहे है कि गुरुवार देर शाम तक मार्ग पूरी तरह से बहाल हो जाएगा। इस घटना के बाद रात से ही रेललाइन पर ट्रेनों का आवागमन बाधित हुआ है।
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