रायपुर। शिक्षाकर्मियों के संबंध में मुख्यमंत्री के बयान का स्वागत करते हुए शिक्षक मोर्चा के संचालक वीरेंद्र दुबे ने कहा है कि समाधान निकाल लिया गया है तो उसे मूर्त रूप भी दें। उन्होंने कहा कि अगर समाधान निकला तो आंदोलन को सम्मेलन में बदल दिया जाएगा आंदोलन लेकिन समाधान नहीं निकला तो 26 मई का कार्यक्रम यथावत रहेगा।
छत्तीसगढ़ शिक्षक पंचायत ननि मोर्चा के प्रांतीय संचालक वीरेंद्र दुबे ने सीएम के बयान पर कहा है कि हम हमेशा शिक्षाकर्मियों के समस्याओं के सकारात्मक ढंग से समाधान के पक्षधर रहे हैं और हमने अनेक आंदोलन शून्य पर भी मुख्यमंत्री महोदय के ऊपर भरोसा करते हुए वापस लिए हैं। उन्होंने कहा कि कि मुख्यमंत्री महोदय के वर्तमान बयान का हम स्वागत करते हैं, लेकिन 3 की जगह 6 माह बीतने पर भी शिक्षाकर्मी चिंताग्रस्त हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की है कि अविलंब शिक्षाकर्मियों के संबंध में घोषणा की जाए तथा घोषणा का क्रियान्वयन बिना किसी देरी के की जाए ताकि नए शिक्षा सत्र के आरंभ में एक पूर्ण शिक्षक के रूप में विद्यालय जा सकें।
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मोर्चा के प्रांतीय उप संचालक धर्मेश शर्मा ने कहा कि संविलियन ही शिक्षाकर्मियों की समस्याओं का स्थायी और समग्र समाधान है। ठोस पहल से ही समस्याएं समाप्त होगी। अनावश्यक विलंब ही आक्रोश का कारण है, जल्द निर्णय ही समाधान है।
बता दें कि इस से पहले सीएम रमन सिंह ने शिक्षाकर्मियों के संविलियन पर कहा है कि शिक्षाकर्मी धैर्य रखें, हमने समाधान निकाल लिया है। मुख्य सचिव जल्द ही समाधान के बारे में जानकारी देंगे। शिक्षाकर्मी संघ 26 मई से प्रदेश के 90 विधानसभा क्षेत्र में संविलियन संकल्प सभा आयोजन करने जा रहा है। इसमें 1 लाख 80 हजार शिक्षाकर्मी शामिल होकर वोटरों को जागरूक करेंगे।
वेब डेस्क, IBC24
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