रायपुर। साउथ अफ्रीका से आने वाले अच्छी क्वॉलिटी के कोयले को बदलकर घटिया क्वॉलिटी का कोयला सप्लाई करने वाले गैंग का खुलासा हुआ है। इस मामले में अनिल नचरानी, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन मैन्युफैचरर्स एसोसिएशन ने बताया कि हमने पुलिस से शिकायत की थी कि हमारे कम्पनी में बहुत अफरा-तफरी हो रही है तो उसके आधार पर कार्रवाई शुरू हुई है। खमतराई टीआई ने अच्छी कार्रवाई करते हुए बहुत सारे लोगों को गिरफ्तार किया है।
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अनिल नचरानी ने कहा कि ”जहाँ तक कोयले की बात है हमारा इंपॉर्टेंट कोयला जब विशाखापट्टनम से आता है तो चोर 25 टन के ट्रक में 15 टन तक का कोयला बदल देते थे। इसकी कीमत 6 हजार रुपए प्रति टन के हिसाब से आती है। जिसमे ये 500 रुपये प्रति टन वाला कोयले का चूरा डाल देते थे, जिससे हमें प्रोडक्शन में बड़ा नुकसान आता है।”
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उन्होंने बताया कि चोरी के लिए इन लोगों ने कंपनी के कर्मचारियों को कमीशन देकर मिला लिया था। हमने डिसाइड किया है कि किसी फैक्ट्री में कोई कर्मचारी गड़बड़ी करते पाया जायेगा तो उसे दूसरी कंपनी भी उसे नौकरी नहीं देगी। फिलहाल रायपुर और बिलासपुर में ऐसे कई पॉइंट हैं जहाँ अभी भी गड़बड़ी हो रही है, हमने भी ऐसे पॉइंट आइडेंटिफाई किये हैं। पुलिस और सरकार को इनकी सूचना दी है कि पूरे प्रदेश में ऐसी कार्रवाई की जाए। पिछले दिनों सिलतरा में 1 पॉइंट से इस तरह की चोरी पकड़ी थी, अभी खमतराई में कार्रवाई हुई। अगर इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी तो लगता है कि गड़बड़ी रुकेगी।
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कोयला चोर कोयले में बजरी और पत्थर मिला रहे थे। ट्रक में हाई ग्रेड कोयले की जगह बजरी और काली डस्ट लोड की जाती थी। वहीं वजन बढ़ाने के लिए पानी का छिड़काव भी किया जाता था। बजरंग पॉवर एंड इस्पात कंपनी प्रबंधन की ओर से मिली शिकायत के बाद खमतराई इलाके में स्थित एक यार्ड में पुलिस ने रंगे हाथों 8 आरोपियों को दबोचा, जबकि मास्टरमाइंड ट्रांसपोर्टर प्रीतम सरदार और यार्ड मालिक सरफराज फरार है।
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आरोपी राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई पॉवर प्लांटों में साउथ अफ्रीका से आने वाले अच्छी क्वॉलिटी के कोयले की जगह घटिया क्वॉलिटी का कोयला मिलाकर सप्लाई कर रहे थे। ये लोग अच्छे कोयले की जगह कोयले का चूरा तक मिला रहे थे। इनके कारनामों का खुलासा तब हुआ जब बजरंग पॉवर एंड इस्पात कंपनी प्रबंधन ने पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद पुलिस पहुंची खमतराई थाना इलाके के मेंटल पार्क स्थित एक यार्ड में, जहां ये पूरी धोखाधड़ी को अंजाम दी जाती थी। पुलिस ने रंगे हाथ एक ड्राइवर समेत 8 आरोपियों को धर दबोचा, जबकि गिरोह का मास्टरमाइंड ट्रांसपोर्टर और यार्ड मालिक सरफराज चकमा देकर फरार हो गए। पुलिस ने मौके से 4 ट्रक और एक जेसीबी भी जब्त की है।
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आरोपियों से शुरूआती पूछताछ में खुलासा हुआ है कि पिछले कई सालों से यार्ड मालिक सरफराज के साथ मिलकर ट्रांसपोर्टर कई पॉवर प्लांटों को करोड़ों का चूना लगा रहा था। खेल कुछ इस तरह अंजाम दिया जाता था। अच्छे कोयले को ट्रक में से आधा उतार कर जेसीबी की मदद से ट्रक की निचली सतह पर घटिया क्वालिटी का कोयले का चूरा बिछाया जाता था।