बैतुल जिले के शाहपुर इलाके में बारिश ना होने को लेकर स्थानीय लोगों ने पुरानी मान्यता का पालन किया। स्थानीय लोगों ने प्राचीन मंदिर के गर्भगृह में स्थित शिवलिंग को जलमग्न कर द्वार पर ताला जड़ दिया। स्थानीय लोगों ने भगवान भोलेनाथ से स्पष्ट कह दिया कि जब तक बारिश नहीं होगी तब तक गर्भ गृह में लगा ताला नहीं खोला जाएगा और ना ही शिवलिंग की पूजा की जाएगी। स्थानीय लोगो ने भगवान के समझ ऐसा संकल्प लिया था । स्थानीय लोगों की मान्यता है की शिवलिंग को जलमग्न करने से अच्छी बारिश होती है। मान्यता सच साबित हो गई है और इलाके में दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। बारिश होने के बाद स्थानीय लोगों ने शनिवार को मंदिर के गर्भ गृह में लगा ताला खोल दिया है। ग्रामीणों ने मंदिर में विशेष अनुष्ठान कर पूजा अर्चना शुरू कर दी है।
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बता दें कि बीते 15 दिनों से बारिश के मौसम में भी सूखे जैसे हालात से जूझ रहे शाहपुर ने अब राहत की सांस ली है। बारिश शुरू होने से किसानो के चेहरे भी खिल गए है लगातार हो रही बारिश से कहीं कहीं तो नदी नाले भी उफान पर चल रहे हैं। मंदिर में ताला लगाने वाले स्थानीय लोगों का कहना है की मंगलवार से इस मंदिर में शिवलिंग को जलमग्न कर ताला लगा दिया था । भोले नाथ की कृपा से तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है, गांव में भी पानी आ रहा है । नदी नालों में भी बाद आ गई है । अब भोले के अभिषेक की तैयारी की जा रही है, उसके बाद पंडित को बुलवाकर अभिषेक किया जाएगा ।
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स्थानीय बुजुर्ग का कहना है की बारिश नहीं होने के कारण शिवलिंग को ताला में बंद कर रखा था, वृध्द ने बताया कि मान्यता के अनुसार भगवान को जलमग्न करने से अच्छी बारिश होती है अभी तीन दिनों से बारिश हो रही है। वृध्द श्रध्दालु ने बताया कि पहले भी ये युक्ति अपनाई जा चुकी है। उस समय भी जोरदार बारिश हुई थी। वृध्द श्रध्दालु ने अपनी जानकारी से बताया कि जिस तरह भोले बाबा के सिर पर मां गंगा विराजती हैं,जब भोले बाबा डूबते हैं तो उनकी कृपा भी बरसती है।