अचूक निशाना लगाने वाली धनुष तोप सेना में शामिल, बोफोर्स तोप का है स्वदेशी संस्करण | dhanush toop joins army Indigenous version of the Bofors cannon

अचूक निशाना लगाने वाली धनुष तोप सेना में शामिल, बोफोर्स तोप का है स्वदेशी संस्करण

अचूक निशाना लगाने वाली धनुष तोप सेना में शामिल, बोफोर्स तोप का है स्वदेशी संस्करण

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:37 PM IST, Published Date : April 8, 2019/12:07 pm IST

जबलपुर । कारगिल युध्द में अपनी उपयोगिता सिध्द कर चुकी बोफोर्स तोप का अति आधुनिक संस्करण धनुष तोप सोमवार से सेना में शामिल हो गई। गन कैरिज फैक्टरी (जीसीएफ) जबलपुर में औपचारिक कार्यक्रम में छह धनुष तोप सेना के अफसरों को सौंपीगईं । इसको आयुध निर्माणी कानपुर (ओएफसी) और फील्ड गन फैक्टरी ने मिलकर विकसित किया है।

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बता दें कि धनुष स्वीडिश तोप बोफोर्स का स्वदेशी संस्करण है। इसके 95 फीसदी से अधिक कलपुर्जे स्वदेशी हैं। सेना की ओर से हर मौसम के अनुसार किए गए परीक्षण में यह तोप सौ फीसदी खरी उतरी है। इसका आयुध निर्माणी कानपुर और फील्ड गन फैक्टरी में बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू हो गया है। इस संबंध में भारतीय सेना और रक्षा मंत्रालय ने 19 फरवरी को हरी झंडी दी थी। सोमवार को 6 तोपें सौंपी गई हैं, 2022-23 तक 114 धनुष तोप सेना को सौंप दी जाएंगी।

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धनुष का सफर
धनुष के उत्पादन का सफर की बात करें तो साल 2000 में आयुध निर्माणी कानपुर (ओएफसी) ने बोफोर्स की बैरल अपग्रेड करने का प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय को दिया था। फैक्टरी ने देश में पहली बार सात मीटर लंबी बैरल बनाई, जिसे 2004 में सेना ने मंजूरी दी। बैरल पास होते ही तोप बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है। इसके बाद 2011 में बोफोर्स तोप की टेक्नोलॉजी और भारत में इसे बनाने की मंजूरी देने के लिए स्वीडन की कंपनी ने 63 महीने का वक्त मांगा। इस बीच ओएफसी ने भी तोप बनाने का प्रस्ताव सेना को दिया। सेना ने 18 महीने का वक्त दिया था। ओएफसी, फील्ड गन और डीआरडीओ ने रिकॉर्ड समय में बेहतर नई तोप बनाकर सेना को सौंप दी।

<blockquote class=”twitter-tweet” data-lang=”en”><p lang=”en” dir=”ltr”>Jabalpur: Dhanush artillery gun inducted in Indian Army; <a href=”https://twitter.com/hashtag/visuals?src=hash&amp;ref_src=twsrc%5Etfw”>#visuals</a> from the handing over ceremony. <a href=”https://twitter.com/hashtag/MadhyaPradesh?src=hash&amp;ref_src=twsrc%5Etfw”>#MadhyaPradesh</a> <a href=”https://t.co/6iRuWryznQ”>pic.twitter.com/6iRuWryznQ</a></p>&mdash; ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1115205434258935808?ref_src=twsrc%5Etfw”>April 8, 2019</a></blockquote>
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