दिग्विजय सिंह की पत्नी अमृता नहीं लड़ेंगी चुनाव, सोशल मीडिया में पोस्ट कर अटकलों को किया खारिज | Digvijay Singh's wife rejects speculation about contesting election

दिग्विजय सिंह की पत्नी अमृता नहीं लड़ेंगी चुनाव, सोशल मीडिया में पोस्ट कर अटकलों को किया खारिज

दिग्विजय सिंह की पत्नी अमृता नहीं लड़ेंगी चुनाव, सोशल मीडिया में पोस्ट कर अटकलों को किया खारिज

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:47 PM IST, Published Date : February 17, 2019/8:41 am IST

भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विज सिंह की पत्नी अमृता राय ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट कर अपने राजनीति में आने की अफवाहों पर लगाम लगा दिया है। अमृता के फेसबुक पोस्ट से जाहिर होता है कि वो एक टीवी शो लेकर आ रही हैं। मीडिया में बने रहने के साथ चुनाव नहीं लड़ने के संकेत दिए हैं।

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अमृता का जवाब उस समय आया है जब दिग्वजिय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट कर नेताओं की पत्नियों के चुनाव लड़ने को नुकसानदायक बताया था। अमुता के पोस्ट को इसका जवाब माना जा रहा है। अमृता ने अपने पोस्ट में लिखा भी कुछ इसी अंदाज में हैं। आइए आपको बताते हैं अमृता ने क्या लिखा है।

<blockquote class=”twitter-tweet” data-lang=”en”><p lang=”hi” dir=”ltr”>लोक सभा चुनाव में नया चेहरा,जो कभी लोक सभा का चुनाव नहीं लड़ा हो,को अवसर देना चाहिये।पुराने चेहरों पर दांव खेलना,हानिकारक होगा।नेताओं की पत्नियों को लड़ाना,अत्यंत हानिकारक होगा</p>&mdash; lakshman singh (@laxmanragho) <a href=”https://twitter.com/laxmanragho/status/1096715456038092800?ref_src=twsrc%5Etfw”>February 16, 2019</a></blockquote>
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बचपन में कहावत सुनते थे कौवा कान ले गया… सुनकर ‘फलाने’ कौवे के पीछे दौड़ पड़े… अपने कान नहीं देखे। आजकल इस कहावत को चरितार्थ होते हुए देखती हूँ।  मीडिया कौवा बन गया है और समाज अपने कान देखने की बजाय कौवे के पीछे दौड़ रहा है। कभी-कभी कौवा और समाज दोनों अफ़वाह के पीछे दौड लगा रहे हैं। और फिर अफ़वाह को सच मानकर सब दौड लगाने लग रहे हैं। अजीब दौर है !! इसे ही कहते हैं post truth era ! अब ऐसी ही एक घटना इन दिनों मध्य प्रदेश में सुर्खियों में है। मीडिया कौवा बनकर मेरे चुनाव लड़ने की अफ़वाह फैलाने में लगी है। और समाज मुझसे पूछने की बजाय मीडिया ख़बर के पीछे भाग रहा है। कान देने और कान रखने में फ़र्क़ होता है भाई ! मगर हां… मैं जल्द आ रही हूँ। आपके बीच ही रहूंगी। प्रोपगैंडा के लिए नहीं पब्लिक की सच्ची सोच सामने लाने के लिए। उन मुद्दों को लेकर आने के लिए जिन्हें मीडिया ने भुला दिया है। आप मुझे देख सकते हैं हमारे नए कार्यक्रम पब्लिक एजेंडा के साथ। रोज़ाना रात ८ बजे।