भारत के आर्थिक विकास में आई मौजूदा सुस्ती को विश्व बैंक ने अस्थाई सुस्ती मानते हुए कहा कि भारत के आर्थिक विकास में आई हालिया सुस्ती जीएसटी को लागू करने में आई शुरूआती परेशानियों के कारण है। अगले कुछ महीनों में आर्थिक विकास फिर रफ्तार पकड़ लेगा। अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की सालाना बैठक में हिस्सा लेने आए विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जीएसटी का भारतीय अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा और सकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है।
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किम ने आगे कहा कि हालिया सुस्ती जीएसटी की तैयारियों के लिए आने वाली अस्थायी रूकावटों के कारण है। लेकिन आने वाले समय में भारतीय अर्थव्यवस्था में जीएसटी का बड़ा और सकारात्मक असर देखने को मिलेगा। गौरतलब है कि देश की जीडीपी विकास दर पिछली तिमाही के मुकाबले अप्रैल-जून में 5.7 फीसदी रही जबकि जनवरी-मार्च में यह 6.1 फीसदी रही थी।
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वहीं बीते साल इसी तीमाही में विकास दर 7.9 फीसदी की दर से बढ़ रही थी। लगातार गिर रही विकास दर के मुद्दे पर विपक्ष और उनके अर्थशास्त्री लगातार सरकार को घेरने का काम कर रहे है। लेकिन इन सब के इतर विश्व बैंक द्वारा इस गिरावट को अस्थाई बताना और इस साल तक जीडीपी और विकास दर की स्थिर होने की संभावना जताना भारतीय अर्थव्यवस्था और मौजूदा सरकार दोनों के राहत की खबर है।
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