जानवरों की तरह बच्चे पैदा करना देश और समाज दोनों के लिए नुकसानदायक- वसीम रिजवी | 'Giving childs birth like animals is harmful for both the country and society'

जानवरों की तरह बच्चे पैदा करना देश और समाज दोनों के लिए नुकसानदायक- वसीम रिजवी

जानवरों की तरह बच्चे पैदा करना देश और समाज दोनों के लिए नुकसानदायक- वसीम रिजवी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:56 PM IST, Published Date : January 21, 2020/5:29 am IST

नई दिल्ली। शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने मोहन भागवत के ‘दो बच्चों’ वाले बयान पर जोर दिया है। शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने ये माना है कि आबादी पर नियंत्रण करने के लिए भारत में कानून लागू करना बेहद जरूरी है।

पढ़ें- केजरीवाल के खिलाफ भाजपा ने सुनीय यादव को, तो कांग्रेस ने रोमेश सभरवाल को उतार…

वसीम रिज़वी के मुताबिक जानवरों की तरह बच्चे पैदा करना समाज और देश के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। लोग बच्चे पैदा करना को कुदरती प्रक्रिया मानते हैं। जब आप उन्हें पाल नहीं सकते, उनकी भूख नहूीं मिटा सकते अच्छी शिक्षा नहीं दे सकते तो इतने बच्चे पैदा करने की जरुरत ही क्या है। इसके लिए अच्छा है एक लिमिट में अपनी संतान रखें जिसका पालन पोषण और शिक्षा आप अच्छे से कर सकें।

पढ़ें- दक्षिण भारत में ब्रह्मोस से लैस सुखोई-30 MKI स्क्वॉड्रन टाइगर शार्क…

वसीम रिजवी ने जानवरों की तरह बच्चे पैदा करने को समाज और देश के लिए हानिकारक बताया है। उनकी माने तो आबादी पर काबू के लिए क़ानून लागू करना देश के लिए अच्छा होगा।

पढ़ें- आग की लपटों में घिरा 10 मंजिला

गौरतलब है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अपने एक बयान में कहा था कि ‘आरएसएस की आगामी योजना देश में दो बच्चों का क़ानून लागू कराना है.’ लेकिन इसे लागू करने की जिम्मेदारी सरकार की होगी।

पढ़ें- पति-पत्नी का हुआ ग्राहक और कॉलगर्ल के रुप में आमना-सामना, कॉमन फ्रे…

अमेरिकी ठिकानों पर फिर हमला