राज्यपाल ने गोंडवाना कैलेंडर का किया विमोचन, आदिवासी समाज के पर्व, राष्ट्रीय पर्व, गोंडवाना इतिहास की मिलेगी जानकारी | Governor released Gondwana calendar Festival of tribal society, national festival, Gondwana history will be available

राज्यपाल ने गोंडवाना कैलेंडर का किया विमोचन, आदिवासी समाज के पर्व, राष्ट्रीय पर्व, गोंडवाना इतिहास की मिलेगी जानकारी

राज्यपाल ने गोंडवाना कैलेंडर का किया विमोचन, आदिवासी समाज के पर्व, राष्ट्रीय पर्व, गोंडवाना इतिहास की मिलेगी जानकारी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:01 PM IST, Published Date : December 9, 2020/2:20 pm IST

रायपुर।  राज्यपाल अनुसुईया उइके ने राजभवन में गोंडी लिपि में प्रकाशित गोंडवाना कैलेंडर तथा गोंडवाना संदेश पत्रिका का शहीद वीर नारायण सिंह पर आधारित विशेषांक का विमोचन किया। राज्यपाल ने कहा कि यह सराहनीय है। इससे हम नई पीढ़ी को भाषा, बोली, परंपरा और संस्कृति के बारे जानकारी दे सकते हैं। इस कैलेण्डर में गोंडवाना समाज के महापुरूषों और पर्वों की भी जानकारी दी गई है, जो ज्ञानवर्धक है।

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राज्यपाल ने कहा कि हमारे समाज में अनेक महापुरूष हुए, जिनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इनमें से ही एक महापुरूष  जयपाल सिंह मुण्डा थे, जो महान राजनेता, अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी और शिक्षाविद् थे।  मुण्डा भारतीय संविधान सभा के सदस्य भी थे। उन्होंने संविधान में अनुसूचित जनजाति वर्ग से संबंधित प्रावधानों को शामिल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके योगदान को हमें सदैव याद रखना चाहिए और उनकी जानकारी समाज और नई पीढ़ी को देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज में सभी एकजुट होकर कार्य करें, इससे विभिन्न समस्याओं का समाधान होगा और समाज प्रगति की राह में आगे बढ़ेगा। राज्यपाल ने यह भी आशा जताई कि गोंडवाना के रीति नीति एवं परंपरा पर आधारित इस कैलेण्डर के माध्यम से समाज में जागरूकता आएगी।

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गोंडवाना संदेश के संपादक  रमेश ठाकुर ने बताया कि इस कैलेण्डर में गोंडी लिपि में माह के तारीखों का वर्णन किया गया है। इसमें हर माह में आने वाले आदिवासी समाज के पर्व, राष्ट्रीय पर्व, गोंडवाना का इतिहास तथा प्रकृति और समाज में आदिवासियों की भूमिका, गोंडवाना के गढ़, गोत्र और बाना की जानकारी दी गई है। साथ ही करमा गीत, वीर योद्धा बाबूराव पुलेश्वर शोडमाके, महाराजा शंकर शाह और राजकुमार रघुनाथ शाह, रानी दुर्गावती की भी जानकारी साझा की गई है। इस अवसर पर डॉ. उदय भान सिंह चौहान,  जी. एस. मंडावी,  एच.आर. ध्रुव, एम. एल. उइके भी उपस्थित थे।