अभी और बढ़ सकती हैं तेल की कीमतें! तीन गुना हुआ मोदी सरकार में पेट्रोल-डीजल पर टैक्स, 21 लाख करोड़ अब तक हुई कमाई | Oil prices may increase now! Tax on petrol and diesel in triple government, 21 lakh crore earned so far

अभी और बढ़ सकती हैं तेल की कीमतें! तीन गुना हुआ मोदी सरकार में पेट्रोल-डीजल पर टैक्स, 21 लाख करोड़ अब तक हुई कमाई

अभी और बढ़ सकती हैं तेल की कीमतें! तीन गुना हुआ मोदी सरकार में पेट्रोल-डीजल पर टैक्स, 21 लाख करोड़ अब तक हुई कमाई

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:12 PM IST, Published Date : February 21, 2021/1:34 pm IST

नईदिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमत कई राज्यों में तेजी से बढ़ रहे हैं, पेट्रोल 100 रुपए तक पहुंच गया है जबकि डीजल भी 90 पार कर गया है, विपक्ष हमलावर है और सरकार को समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करे। शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मैं खुद इस मामले में धर्मसंकट में हूं,हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि खुदरा कीमतों पर नियंत्रण के लिए केंद्र और राज्य सरकार को आपस में बातचीत करने की जरूरत है। केंद्र पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी यानी उत्पाद शुल्क और राज्य वैट वसूलता है।

वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में कीमत में और इजाफा संभव है। अपने देश में में पेट्रोल की खुदरा कीमत में करीब 60 फीसदी हिस्सा केंद्रीय व राज्यों के करों का है, पिछले कुछ दिनों में पेट्रोल की खुदरा कीमतें राजस्थान और मध्यप्रदेश में कुछ स्थानों पर 100 रुपये प्रति लीटर के ऊपर पहुंच चुकी हैं। इसी तरह डीजल की खुदरा कीमतों में करीब 56 प्रतिशत हिस्सा केंद्रीय व राज्यों के करों का है।

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कीमत के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ जाने का लाभ उठाने के उद्देश्य से पेट्रोल और डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में रिकॉर्ड वृद्धि की थी, हालांकि अब जब देश में ईंधन की खुदरा कीमतें आसमान छू रही हैं, वह केंद्रीय उत्पाद शुल्क कम करने के बारे में कुछ नहीं कह रही हैं। अभी केंद्र सरकार उत्पाद शुल्क की एक निश्चित दर वसूलती है, जबकि राज्य अलग-अलग दरों पर वैट शुल्क लगाते हैं।

पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का ही नतीजा है कि वित्त वर्ष 2020-21 में एक्साइज ड्यूटी कलेक्शन में 48 फीसदी का इजाफा हुआ है, 2014 में सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स कलेक्शन में ऐतिहासिक इजाफा हुआ है, कंट्रोलर जनरल ऑफ अकाउंट्स यानी CGA की रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर 2020 में एक्साइज ड्यूटी कलेक्शन 1.96 लाख करोड़ रही जबकि 2019 की समान अवधि में यह 1.32 लाख करोड़ रुपए रही थी।

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CGA की एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2019-20 (अप्रैल 2019 से मार्च 2020) के बीच टोटल एक्साइज कलेक्शन 2.39 लाख करोड़ रुपए रहा था, मोदी सरकार जब 2014 में सत्ता में आई थी, उस समय पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी काफी कम हुआ करती थी। 2014 में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9.48 रुपए और डीजल पर 3.56 रुपए प्रति लीटर थी। इस समय पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 32.90 रुपए और डीजल पर 31.80 रुपए है।

वित्त वर्ष 2014-15 में एक्साइज ड्यूटी कलेक्शन 99 हजार करोड़ रहा था, चालू वित्त वर्ष के शुरुआती आठ महीने में यह 1.96 लाख करोड़ रहा है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने एक कार्यक्रम में कहा कि मोदी सरकार में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स से होने वाली कमाई 21 लाख करोड़ से भी ज्यादा है।