वेब डेस्क। कांग्रेस के निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर के घर पाकिस्तान के पूर्व विदेशमंत्री और उच्चायुक्त के साथ बैठक के बारे में पूर्व सेनाध्यक्ष दीपक कपूर ने कहा है कि वे इस बैठक के हिस्सा थे और इसमें भारत-पाकिस्तान संबंधों के अलावा किसी अन्य मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई थी। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह, पूर्व सेनाध्यक्ष दीपक कपूर, पूर्व राजनयिक सलमान हैदर, टीसीए राघवन, शरत सभरवाल और के. शंकर बाजपेयी मौजूद थे। बाजपेयी, राघवन और सभरवाल पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त भी रह चुके हैं। ये बैठक एक बार फिर सुर्खियों में है क्योंकि गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिशंकर अय्यर पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिर पाकिस्तानी उच्चायुक्त के साथ गुप्त बैठकें क्यों की गई थीं? आखिर क्यों इसके बाद पाकिस्तान के उच्च पदों पर बैठे लोग गुजरात में पटेल को सीएम बनाने के लिए सहयोग की पहल कर रहे हैं?
प्रधानमंत्री के इस वक्तव्य के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट किया – ‘‘भारत को अपनी चुनावी बहस में पाकिस्तान को घसीटना बंद करना चाहिए और षड्यंत्र रचने के बजाय अपनी खुद की शक्ति के आधार पर चुनाव जीतने चाहिए.’’
India should stop dragging Pakistan into its electoral debate and win victories on own strength rather than fabricated conspiracies, which are utterly baseless and irresponsible.
— Dr Mohammad Faisal (@ForeignOfficePk) December 11, 2017
फैसल के इस बयान पर भारत ने कड़ा एतराज जताया है, भारत ने कहा है कि हमें अपनी ताकत पता है, हमें किसी नसीहत की जरूरत नहीं है।
We know our strength, we don’t need any advice: MoS Subhash Bhamre on tweet by Pakistan MoFA Spokesperson pic.twitter.com/lNxEy19JUK
— ANI (@ANI) December 11, 2017
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी पाकिस्तान के बयान पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि भारतीय भारत के लोकतंत्र को स्वयं चलाने में समर्थ हैं जैसा कि वह करते आए हैं. भारत के प्रधानमंत्री एक चुनकर आए लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं और भाजपा भी लोकप्रिय है. भारत के चुनावी मामलों में किसी भी बाहरी दखलंदाजी पूरी तरह से नापसंद है.
Completely abhor outside interference in India’s internal affairs. Pakistan’s promotion of terrorism in India is well known but Pakistan must stop giving us lessons, we are proud of our democracy. Condemn this unwarranted statement: Union Min RS Prasad on tweet by Pak MoFA Spox pic.twitter.com/Xgu5E8t7iH
— ANI (@ANI) December 11, 2017
वेब डेस्क, IBC24
दूसरे चरण के चुनाव में शाम 7 बजे तक करीब…
8 hours agoकांग्रेस कह रही है कि वह अल्पसंख्यकों के लिए एक…
9 hours ago