रायपुर। छग के एक लाख पौने पांच हजार शिक्षाकर्मियों का एक साथ शिक्षा विभाग में संविलियन करते करने के के बाद अब देश के समस्त पैराशिक्षक एकजुट हो रहे हैं। मध्य और उत्तर भारत के अधिकांश प्रदेशों के शासकीय स्कूलों में शिक्षाकर्मी, शिक्षामित्र, अध्यापक, गेस्ट टीचर, पैरा टीचर, रहबर-ए-तालीम जैसे अनेकों नाम देकर विभिन्न राज्य सरकारें शासकीय शिक्षकों की तुलना में काम चला रही हैं।
इन असमानताओं को दूर करने के लिए आवश्यक रणनीति बनाने देश भर के पैराशिक्षकों के नेतृत्वकर्ता राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 29 जुलाई को जुटने जा रहे हैं। चूंकि छग संविलियन नीति बनाकर क्रियान्वित करने वाला एकमात्र राज्य बन गया है। इसलिए इसमें छग मोर्चा संचालक वीरेंद्र दुबे को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।
मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेन्द्र शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह बैठक रविवार 29 जुलाई को दिन में 10 बजे से 3 बजे तक बीटीआर भवन, आईटीओ मेट्रो गेट नंबर 2 के समीप होगी। इसमें राष्ट्रीय पैराशिक्षक संघ के राष्ट्रीय संयोजक तथा शालेय शिक्षाकर्मी संघ के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र दुबे, अपने सहयोगी घनश्याम पटेल के साथ सम्मलित होंगे।
वे इस बैठक में पैराशिक्षकों के साथ हो रही असमानता और दोहरे मापदण्ड को दूर करने के लिए बनने वाली राष्ट्रीय रणनीति में प्रेजेंटेशन देंगे। साथ ही देश के समस्त शिक्षकों का वेतन व सेवाशर्त में एकरूपता के लिए आवश्यक सुझाव व मांग भी केंद्र सरकार से करेंगे।
वेब डेस्क, IBC24