भोपाल: कोरोनाकाल में विधायकों के वेतन-भत्ते एक बार फिर बढ़ाने की कवायद शुरू हुई है। इस पर विचार करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने एक समिति बना दी है। यह समिति विधायकों व पूर्व विधायकों के वेतन-भत्तों का रिविजन करेगी और अपनी अनुशंसा विधानसभा अध्यक्ष को देगी। इसके साथ विधानसभा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष व विस उपाध्यक्ष के वेतन-भत्तों का भी पुनर्निर्धारण होगा।
वर्तमान में विधायकों को वेतन-भत्तों के रूप में 1.10 लाख रुपए मिलते हैं। विधानसभा अध्यक्ष को डेढ़ लाख रुपए और नेता प्रतिपक्ष व उपाध्यक्ष को सवा लाख रुपए प्रतिमाह मिलते हैं। इसके अतिरिक्त सभी को विधानसभा सत्र होने पर दैनिक भत्ता व यात्रा भत्ता भी दिया जाता है। पूर्व विधायकों को पेंशन व चिकित्सा भत्ते में रूप में 35 हजार रुपए प्रतिमाह दिया जाता है।
अप्रैल 2016 में विधायकों के वेतन-भत्ते बढ़े थे। काफी समय से इसे बढ़ाने की मांग हो रही थी। इसके साथ ही विधायकों से जुड़ी अन्य समस्याओं पर भी यह समिति विचार करेगी।वरिष्ठ विधायक केदारनाथ शुक्ल को इस समिति का सभापति बनाया गया है। इस समिति में संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, गोविंद सिंह, हिना कावरे, देवेंद्र वर्मा, यशपाल सिंह सिसोदिया, कुंवर सिंह टेकाम और राजेश शुक्ला सदस्य होंगे। विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह समिति के पदेन सचिव होंगे।