नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा परिषद द्वारा सोमवार को देश के हवाई अड्डों का गुणवत्ता सर्वेक्षण कर रैंकिंग जारी किया है। जारी रैंकिंग के अनुसार छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित स्वामी विवेकानंद विमानतल को देश में 5वां स्थान मिला है। वहीं विश्व रैंकिंग में स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा 55वें स्थान पर है। सर्वेक्षण के हिस्से के तौर पर हवाईअड्डा सेवा गुणवत्ता( एएसक्यू) को 34 प्रमुख प्रदर्शन सूचकों पर यात्रियों द्वारा दी गई प्रतिक्रिया के आधार पर मापा जाता है।
वहीं, एयरपोर्ट कांउसिल इंटरनेशनल के प्रारंभिक वर्ल्ड एयरपोर्ट ट्रैफिक रैंकिंग में भारत के इंदिरागांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल ने विश्व का 12वां व्यस्ततम हवाई अड्डा का स्थान प्राप्त हुआ। एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल द्वारा जारी वर्ष 2018 के प्रारंभिक विश्व हवाई अड्डे की यातायात रैकिंग के अनुसार सबसे व्यस्त हवाई अड्डे के संबंध में नई दिल्ली स्थित इस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने वर्ष 2017 के 16वें स्थान से 12वें स्थान पर पहुंचकर चार रैंकों की वृद्धि की है।
Question 1 – देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा ?
Question 2 – देश में इस बार किसकी सरकार बनेगी ?
Question 3 – देश में किस पार्टी को मिलेगी बहुमत ?
Question 4 – चौकीदार का सियासी जुमला किसे फायदा पहुंचाएगा ?
Question 5 – छत्तीसगढ़ में सिटिंग सांसदों को बदलना बीजेपी के लिए फायदेमंद होगा ?
Question 6 – क्या छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विस चुनाव वाला करिश्मा दोहरा पाएगी ?
Question 7 – क्या लोकसभा चुनाव में महागठबंधन असरदार होगा ?
Question 8 – क्या राफेल मुद्दे से कांग्रेस को फायदा पहुंचेगा ?
Question 9 – क्या एयर स्ट्राइक बीजेपी को चुनावी फायदा देगी ?
Question 10 – क्या इस बार वेस्ट बंगाल में बीजेपी कामयाब होगी ?
Question 11 – क्या राम मंदिर पर इस बार भी बीजेपी को वोट मिलेंगे ?
Question 12 – क्या कश्मीर के फ्रंट पर मोदी सरकार नाकाम रही है?
Question 13 – क्या आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की निति प्रभावी रही ?
Question 14 – क्या मप्र, छग, राजस्थान में बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा रहेगा ?
Question 15 – क्या मध्य प्रदेश में बीजेपी प्रभावी प्रदर्शन करेगी ?
Question 16 -क्या दिग्विजय सिंह भोपाल का चुनाव जीत पाएंगे ?
Question 17- क्या छत्तीसगढ़ में इस बार मोदी लहर है ?
Question 18- क्या प्रियंका गाँधी कांग्रेस के लिए गुडलक साबित हो पाएंगी ?