श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के राजौरी में हुए IED विस्फोट में मेजर शशिधरन वी नायर शहीद हो गए, मेजर शशि धरन जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में तैनात थे, लेकिन 11 जनवरी उनके जिंदगी की आखिरी रात बन गई, दरअसल उस रात गश्त के दौरान हुए जोरदार ब्लास्ट में मेजर शशि धरन शहीद हो गए। रविवार को उनके पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार किया गया। बचपन से ही शशिधरन सेना में शामिल होना चाहते थे, और एक दिन उनका सपना पूरा भी हुआ, लेकिन इतना जल्दी दुनिया को अलविदा कह देंगे किसी ने सोचा तक नहीं होगा।
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मेजर शशिधरन असली जिंदगी के नायक भी थे, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सगाई के बाद मेजर शशिधरन की मंगेतर को पैरालिसिस अटैक आया इसके बाद भी उन्होने अपनी मंगेतर का साथ ना छोड़कर जीवनभर के बंधन में बंध गए थे।
मेजर शशिधरन वी नायर का जन्म पुणे के खडकवस्ला गांव में हुआ और उनका बचपन का काफी वक्त वहीं बीता, बताया जा रहा है कि शशिधरन ने सेंट्रल स्कूल से पढ़ाई पूरी करके NDA के सफर पर निकल पड़े और जल्द ही सेना के लिए चुने गए। इसके बाद उन्होंने अपने प्यार को आगे बढ़ाने का फैसला किया।मेजर शशिधरन ने तृप्ति को काफी पसंद करते थे और उन्होंने उनसे शादी करने का फैसला किया। दोनों की फैमिली भी इसके लिए राजी हो गई। लेकिन शायद किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, सगाई के बाद ही मेजर की मंगेतर तृप्ति को लकवा मार गया। इसके चलते उनके शरीर का निचला हिस्सा काम करना बंद कर दिया।
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इस हादसे के बाद मेजर शशिधरन शादी के फैसले पर अड़े रहे, जबकि मेजर पर शादी न करने का दबाव लगातर पड़ने लगा, लेकिन मंगेतर की बीमारी को प्यार के बीच कहीं भी रुकावट नहीं बनने दिए। लिहाजा दोनों की शादी आखिककार हो गई, इस दौरान उन्होंने यह भी तय किया कि जिन पार्टियों और समारोहों में वो जाएंगे त्रुप्ति को भी लेकर जाएंगे, मेजर के परिवार में पत्नी के अलावा माता और पिता हैं। फिलहाल हादसे के बाद उनके गांव समेत इलाके भर में मातम पसरा हुआ है।