टीएमसी नेता की मांग, हर घर से एक व्यक्ति सेना में सहयोग करे ,बने कानून | TMC MP say participation of a member from each household in India in the armed forces

टीएमसी नेता की मांग, हर घर से एक व्यक्ति सेना में सहयोग करे ,बने कानून

टीएमसी नेता की मांग, हर घर से एक व्यक्ति सेना में सहयोग करे ,बने कानून

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:27 PM IST, Published Date : February 19, 2019/11:19 am IST

नई दिल्ली। तृणमूल युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से फिर एक बार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि अब समय आ गया है। जब हर घर से एक व्यक्ति सेना में सहयोग करे इस पर कानून बनना चाहिए।

<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>Abhishek Banerjee, TMC MP: In the years gone by, there have been informal discussions with regard to the participation of a member from each household in India in the armed forces. I believe the time is ripe for the legislature to discuss this issue in earnest. (file pic) <a href=”https://t.co/Tpef4ODvH5″>pic.twitter.com/Tpef4ODvH5</a></p>&mdash; ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1097803515089448960?ref_src=twsrc%5Etfw”>February 19, 2019</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>

 

इसके साथ ही टीएमसी सांसद ने नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हमारे जवान सीमाओं में खड़े छपकर हमें सुरक्षित रखते हैं। वे अपने जीवन का बलिदान कर देते हैं ताकि हम सुरक्षित रह सकें। बुलेट ट्रेन से पहले हमें अपने जवानों के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट चाहिए।

<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>Abhishek Banerjee, TMC MP: Our jawans keep our borders safe. They sacrifice their lives so that we can stay safe. Before bullet trains, we need bullet proof jackets for our jawans. Today is the time, more than ever, to stand by them. <a href=”https://t.co/xTElUF3g5P”>https://t.co/xTElUF3g5P</a></p>&mdash; ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1097804204180156416?ref_src=twsrc%5Etfw”>February 19, 2019</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>

 

अभिषेक बनर्जी ने यह भी कहा कि बीते वर्षों भी मैंने सशस्त्र बलों में भारत के प्रत्येक घर से एक सदस्य की भागीदारी के संबंध में अनौपचारिक चर्चा की थी जिस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा पाए थे। लेकिन अभी समय है कि हम सब मिलकर इस मुद्दे को विधायिका के समक्ष रखकर पारित करवा ले।