लवलीना ने किया पदक पक्का, सिंधू और हॉकी टीमों ने जीत से बढ़ाया जोश |

लवलीना ने किया पदक पक्का, सिंधू और हॉकी टीमों ने जीत से बढ़ाया जोश

लवलीना ने किया पदक पक्का, सिंधू और हॉकी टीमों ने जीत से बढ़ाया जोश

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:52 PM IST, Published Date : July 30, 2021/6:38 pm IST

तोक्यो, 30 जुलाई (भाषा) युवा मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने सेमीफाइनल में जगह बनाकर भारत के लिये तोक्यो ओलंपिक खेलों में दूसरा पदक पक्का किया जबकि पी वी सिंधू तथा पुरुष और महिला हॉकी टीमों ने भी जीत दर्ज करके शुक्रवार का दिन भारतीयों के लिये शुभ बना दिया।

लवलीना ने महिलाओं के 69 किग्रा में चीनी ताइपै की पूर्व विश्व चैम्पियन नियेन चिन चेन को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश के साथ ओलंपिक मुक्केबाजी में भारत के लिये तीसरा पदक पक्का किया। भारत को इससे पहले ओलंपिक मुक्केबाजी में विजेंदर सिहं (2008) और एम सी मैरीकॉम (2012) ने कांस्य पदक दिलाये थे।

भारत को पहला पदक भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने दिलाया था जिससे देश पदक तालिका में संयुक्त 49वें स्थान पर है।

असम की 23 वर्ष की मुक्केबाज लवलीना ने चिन चेन को 4-1 से हराया। अब उनका सामना सामना मौजूदा विश्व चैम्पियन तुर्की की बुसानेज सुरमेनेली से होगा जिसने क्वार्टर फाइनल में उक्रेन की अन्ना लिसेंको को मात दी।

दो बार विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता लवलीना ने जबर्दस्त संयम का प्रदर्शन करते हुए उस विरोधी को हराया जिससे वह पहले हार चुकी है। आक्रामक शुरूआत के बाद उसने आखिरी तीन मिनटों में अपना रक्षण भी नियंत्रित रखा और जवाबी हमलों में भी कोई चूक नहीं की।

भारत की एक अन्य मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) प्री क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड की सुदापोर्न सीसोंदी से हारकर बाहर हो गयी। चौथी वरीयता प्राप्त सिमरनजीत को 0-5 से पराजय का सामना करना पड़ा।

बैडमिंटन में रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता और मौजूदा विश्व चैंपियन पी वी सिंधू ने सेमीफाइनल में पहुंचकर स्वर्ण पदक की उम्मीदें बरकरार रखी।

सिंधू ने जापान की दुनिया की पांचवें नंबर की खिलाड़ी अकाने यामागुची को सीधे गेम में पराजित किया। उन्होंने शानदार रक्षण किया और अपने आक्रामक आल राउंड खेल की बदौलत क्वार्टरफाइनल में चौथी वरीय यामागुची को 56 मिनट तक चले मुकाबले में 21-13 22-20 से शिकस्त दी।

अब सिंधू का सामना चीनी ताइपे की दूसरी वरीय ताई जु यिंग से होगा जिन्होंने दूसरे क्वार्टरफाइनल में थाईलैंड की रतचानोक इंतानोन को 14-21 21-18 21-18 से हराया।

हॉकी में भारत की पुरुष टीम ने जापान को 5-3 से हराकर क्वार्टर फाइनल से पहले आत्मविश्वास बढ़ाने वाली जीत दर्ज की तो महिला टीम ने आयरलैंड को 1-0 से हराकर अंतिम आठ में पहुंचने की उम्मीदें बरकरार रखी।

पुरुष टीम के मैच में भारत की तरफ से हरमनप्रीत सिंह (13वें), गुरजंत सिंह (17वें और 56वें), शमशेर सिंह (34वें) और नीलकांत शर्मा (51वें मिनट) ने गोल दागे। जापान की तरफ से केंता तनाका (19वें), कोता वतानबे (33वें) और काजुमा मुराता (59वें मिनट) ने गोल किये।

भारत ने पूल ए में चार जीत और एक हार के साथ दूसरे स्थान पर रहकर अंतिम आठ में प्रवेश किया। आस्ट्रेलिया पूल ए में चार जीत और एक ड्रा से शीर्ष पर रहा। प्रत्येक पूल से चार – चार टीमें क्वार्टर फाइनल में पहुंचती हैं।

इससे पहले अपने सभी मैच गंवाने वाली महिला टीम ने आखिरी मिनटों में नवनीत कौर के गोल की मदद से ‘करो या मरो ’ के मैच में आयरलैंड को 1-0 से हराया।

पहले तीन क्वार्टर गोलरहित रहने के बाद नवनीत ने मैच का एकमात्र गोल 57वें मिनट में किया। इससे पहले भारत को मिले 14 पेनल्टी कॉर्नर बेकार गए ।

भारत को शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच जीतने के साथ गोल औसत भी बेहतर रखना होगा। इसके साथ ही उन्हें दुआ करनी होगी कि शनिवार को ब्रिटेन की टीम आयरलैंड को हरा दे।

तीरंदाजी में हालांकि दीपिका कुमारी का सफर क्वार्टर फाइनल में थम गया। अंतिम आठ के मैच में वह कोरिया की शीर्ष वरीयता प्राप्त अन सान से हार गई ।

दीपका ने चार बार सात का स्कोर किया जबकि रैंकिंग दौर में ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ शीर्ष पर रही अन ने छह मिनट के भीतर 6 . 0 से जीत दर्ज कर ली। इससे पहले दीपिका ने पूर्व विश्व चैम्पियन रूसी ओलंपिक समिति की सेनिया पेरोवा को रोमांचक शूट आफ में हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था।

अब तीरंदाजी में भारतीय चुनौती दीपिका के पति अतनु दास के रूप में बची है जो शनिवार को जापान के ताकाहारू फुरूकावा से खेलेंगे।

एथलेटिक्स में भारत के अभियान की शुरूआत निराशाजनक रही जब अविनाश साबले ने 3000 मीटर स्टीपलचेस स्पर्धा में अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड बेहतर किया लेकिन फाइनल में जगह नहीं बना सके जबकि दुती चंद औसत प्रदर्शन के साथ शुरूआती दौर से ही बाहर हो गई।

एम पी जबीर भी पुरूषों की 400 मीटर बाधा दौड़ से बाहर हो गये जबकि चार गुणा 400 मीटर की मिश्रित रिले टीम दूसरी हीट में आठवें और अंतिम स्थान पर रही।

निशानेबाजी में शुक्रवार को भी निराशा हाथ लगी जब मनु भाकर और राही सरनोबत महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल्स में प्रवेश से चूक गई।

प्रिसीजन दौर के बाद 292 स्कोर करके मनु कल छठे स्थान पर थी लेकिन रैपिड दौर के बाद वह शुक्रवार को कुल 582 स्कोर करके 15वें स्थान पर रही । रैपिड दौर में उनका स्कोर 290 रहा। राही ने प्रिसीजन में 287 और रैपिड में 286 स्कोर किया जिसके बाद वह कुल 573 के स्कोर के साथ 32वें स्थान पर रहीं ।

पाल नौकायन (सेलिंग) पदक की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुके भारतीय सेलर विष्णु सरवनन दो लेजर मुकाबलों में से एक में तीसरे स्थान पर रहे जिससे वह तालिका में सुधार करते हुए 20वें स्थान पर पहुंच गये।

पुरूषों की स्किफ 49अर स्पर्धा के तीन रेसों में केसी गणपति और वरूण ठक्कर की भारतीय सेलिंग जोड़ी क्रमश: 17वें, 11वें और 16वें स्थान पर रही। नेत्रा कुमानन महिलाओं की लेजर रेडियल के नौवें और 10वें रेस में क्रमश: 37वें और 38वें स्थान पर रही।

गोल्फ में अनिर्बान लाहिड़ी ने दूसरे दौर के 16 होल के बाद संयुक्त 20वें स्थान पर हैं। उदयन माने ने दूसरे दौर का खेल पूरा कर लिया है। उन्होंने दो अंडर 69 का कार्ड खेला और वह सातवें स्थान पर हैं।

घुड़सवारी में फवाद मिर्जा ड्रेसेज के दोनों सत्र के बाद सातवें स्थान पर चल रहे हैं।

भाषा

पंत नमिता

नमिता

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)